सनातन धर्म में वैसे तो हर दिन के हिसाब से देवताओं की पूजा (Puja Path) की जाती है. सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवता को समर्पित होता है. हर दिन किसी न किसी देवता की पूजा की जाती है. पूजा करने और भगवान को प्रसन्न करने के कुछ नियम और कायदे होते हैं. जिनका पालन करने से घर में संपन्नता (Rules for Worship) बनी रहती है. लेकिन, पूजा के समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि कौन-से भगवान को कौन-सा फूल चढ़ाना चाहिए या फिर दीपक को किस दिशा में जलाना शुभ होता है. इन सब बातों (rules and regulations for worship) की जानकारी होने से ही आपकी पूजा सफल बनती है.
पूजा-पाठ के कुछ नियमों का वर्णन आपको कथाओं और धार्मिेक पुस्तकों में मिल जाएगा. अगर आप रोज पूजा करते हैं और आपका मन अशांत (rules regarding worship of god) रहता है तो इसका मतलब है कि आप कि पूजा-पाठ में कहीं कुछ गलत हो रहा है. मन की शांति और जिस भी मनोकामना से पूजा की जा रही है. उसकी पूर्ति के लिए परे विधान से पूजा (puja path rules) का किया जाना जरूरी है. तो, चलिए जानते हैं कि पूजा के दौरान किन विशेष नियमों का पालन करना चाहिए.
पूजन के दौरान न करें ये काम -
1) ज्योतिष के अनुसार, गणेश जी की पूजा बुधवार को की जाती है. बुधवार का दिन बुध ग्रह का दिन माना जाता है. बुध ग्रह को बुद्धि विवेक के साथ वाणी का कारक ग्रह भी माना गया है. इन्हीं कारणों से बुधवार के दिन किसी भी व्यक्ति से कभी कड़वा नहीं बोलना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ (rules to be followed to worship god) सकती है.
2) पूजा के दौरान शिवजी, गणेश जी और भैरव जी को भूलकर भी तुलसी का भोग न लगाएं.
3) कभी भी मंदिर से वापस जाते समय घंटा नही बजाना चाहिए.
4) केतकी का फूल शिवलिंग पर अर्पित नहीं करना चाहिए.
5) वास्तु के अनुसार, जिस मूर्ति की आंखें बंद हो उसे घर में कभी न लाएं.
6) वास्तु कहता है कि शाम के समय किसी से पैसे ना तो उधार लेने चाहिए और ना किसी को पैसे उधार देने चाहिए. ऐसा करने से आप पर कर्जा बढ़ता है.
7) वास्तु में हल्की सी भी टूटी मूर्तियों को घर में रखना अपशकुन माना जाता है.
8) मां दुर्गा को कभी भी दूर्वा नहीं चढ़ानी चाहिए. ये विशेष रूप से गणेश जी को अर्पित की जाती है.
9) चंदन सफेद रंग का होता है इसलिए सुहागिन महिलाओं को कभी भी चंदन का तिलक नहीं करना चाहिए.
10) भूलकर भी शिवजी को कुमकुम या सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए. भगवान शिव को हल्दी भी नहीं चढ़ानी चाहिए क्योंकि भगवान शिव संहारक के रूप में जाने जाते हैं.
11) रविवार और एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. माना जाता है कि इन दिनों तुलसी के पत्ते तोड़ने पर पूजा का फल नहीं मिलता है.
12) प्लास्टिक की बोतल में या किसी अपवित्र बर्तन में गंगाजल नहीं रखना चाहिए. गंगाजल तांबे के बर्तन में रखना शुभ माना जाता हैं.