आषाढ़ माह में स्कंद षष्ठी (Skand sashti 2022) का व्रत शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को रखा जाता है. इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती के पुत्र कार्तिकेय को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा (Skand Sashti Vrat 2022) की जाती है. भगवान कार्तिकेय का एक नाम स्कंद कुमार भी है. माना जाता है कि भगवान कार्तिकेय की विधि-विधान (Skand Shashthi 2022 july) से पूजा करने पर लोगों को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. ये व्रत संतान पुष्टि के नाम से भी जाना जाता है. इस व्रत को करने से संतान से जुड़ी समस्याओं का समाधान होता है. संतान का जीवन सुखमय (Skand Shashthi 2022 lord kartikay puja) होता है. तो, चलिए इस दिन की तिथि और शुभ मुहूर्त के बारे में जानते हैं.
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स्कंद षष्ठी व्रत 2022 तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि का प्रारंभ 04 जुलाई दिन सोमवार को शाम 06 बजकर 32 मिनट से हो रहा है. ये तिथि 5 जुलाई दिन मंगलवार को शाम 7 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी. शाम के समय में पूजा मुहूर्त 4 जुलाई को है, ऐसे में इस दिन ही व्रत (Skand Sashti Vrat 2022 Date) किया जाएगा.
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स्कंद षष्ठी व्रत 2022 शुभ मुहूर्त
इस महीने में स्कंद षष्ठी के व्रत के दिन सिद्धि योग और रवि योग बना रहा है. सिद्धि योग प्रात:काल से लेकर दोपहर 12 बजकर 22 मिनट तक है. वहीं रवि योग प्रात: 8 बजकर 44 मिनट से अगले दिन 5 जुलाई को प्रात: 5 बजकर 28 मिनट तक है.
रवि योग और सिद्धि योग मांगलिक कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं. सिद्धि योग कार्यों में सफलता की संभावनाओं को बढ़ाने वाला होता है. इस दिन का राहुकाल सुबह 7 बजकर 12 मिनट से सुबह 8 बजकर 57 मिनट तक है. राहुकाल में मांगलिक कार्य (Skand Sashti Vrat 2022 shubh muhurat) न करें.