Gorepan Ka Jyotish Upay: "गोरेपन" शब्द का ज्योतिषीय कारण व्यक्ति की जन्म कुंडली और ग्रहों के स्थिति से संबंधित होता है. गोरापन एक हिंदी शब्द है जिसे अंग्रेजी में "Fairness" कहते हैं. ज्योतिष में ग्रहों का प्रभाव व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक गुणों पर भी पड़ता है, और कुछ लोग ऐसा भी मानते हैं कि ज्योतिष गोरापन या चेहरे के रंग के बारे में भी जानकारी प्रदान कर सकता है. हर ग्रह अलग-अलग रंग का प्रतीक माना जाता है. शुक्र और चंद्र हल्का रंग दर्शाता है तो शनि व राहु गहरे रंग का प्रतिनिधित्व करते हैं. बुध ग्रह अपनी परिवर्तनशील प्रवृत्ति के कारण जिस भी ग्रह के साथ होता है उसी का रंग-रूप धारण कर लेता है. तो बृहस्पति यानि गुरु ग्रह पीलापन व सुनहरे रंग का प्रतीक माना जाता है और जिनकी जन्मकुंडली के प्रथम भाव में मंगल होता है वो गुलाबी रंगत के नज़र आते हैं.
सुंदर काया के लिए शुक्र और चंद्र ग्रह का मजबूत स्थिति में होना बेहद जरूरी होता है. जन्मकुंडली के लग्न भाव में अगर ये ग्रह मजबूत स्थिति में हों तो आप गोरे और आकर्षक बनते हैं. लेकिन अगर अच्छी स्थिति में नहीं है तो इसके लिए भी ज्योतिष्शास्त्र में उपाय दिए गए हैं.
देहवज्रेश्वरी सौंदर्य उपाय: इसका वर्णन आपको रावण संहिता में पढ़ने को मिलता है. इस उपाय को करना बेहद सरल है. सुबह नहाने से पहले आप जिस बाल्टी में पानी भरते हैं उसमें पानी भरने के बाद ऊंगली से ऊँ बनाएं. अब पांच बार ऊँ का उच्चारण करते हुए इस पानी से आप नहा लें. ऐसा आप 40 दिनों तक करें. ये आपकी आंतरिक सुंदरता बढ़ाता है जिसकी चमक आपको चेहरे पर भी दिखती है.
ज्योतिष शास्त्र में, गोरेपन के लिए कुछ विशेष ज्योतिषीय कारण बताए गए हैं
चेहरे पर निखार के लिए
लग्न कुंडली में स्थित ग्रह: जन्म कुंडली में लग्न को ध्यान में रखते हुए ज्योतिषी व्यक्ति के शारीरिक गुणों के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं. शुभ ग्रहों के बलवान होने से व्यक्ति का चेहरा और रंग निखरता है.
चेहरे पर चमक के लिए
सूर्य और चंद्रमा का प्रभाव: सूर्य और चंद्रमा के स्थिति भी व्यक्ति के चेहरे के रंग पर असर डालते हैं। यदि इन ग्रहों के स्थिति शुभ है, तो व्यक्ति का चेहरा और रंग भी चमकता है.
यह भी पढ़ें: Hair fall Astrology: क्यों झड़ते हैं बाल... कुंडली के किस ग्रह में है गड़बड़
बदलते रंग के लिए
दशा और गोचर: व्यक्ति के जीवन में चल रही दशा और ग्रहों के गोचर (वर्तमान स्थिति) के आधार पर भी उनके चेहरे के रंग पर प्रभाव पड़ सकता है.
ज्योतिषीय जानकारी का उपयोग विश्वास के साथ किया जाए तो फलदायी होता है. चेहरे के रंग के साथ-साथ व्यक्ति के आचार, रहन-सहन, आहार, और स्वस्थ्य पर भी अन्य कई कारकों का प्रभाव होता है. इसलिए, स्वस्थ और उचित जीवनशैली अपनाना ही व्यक्ति को गोरेपन और सुंदरता दिलाने में मदद कर सकता है.