चैत्र नवरात्रि (chaitra navratri 2022) 2 अप्रैल से शुरू हो चुके हैं. ये आगे नौ दिनों तक यानी कि 11 अप्रैल तक चलेंगे. इस दौरान मां दुर्गा (worship maa durga) के नौ स्वरूपों की पूजा की जाएगी. नवरात्रि के दौरान भक्त पूरी निष्ठा से माता की आराधना करते हैं. इसके अलावा भक्त उपवास भी रखते हैं. नवरात्रि के आखिरी दिनों में हवन किया जाता है. माना जाता है कि जो भक्त संकल्प के साथ माता की आराधना करते हैं. उन्हें हवन (navratri havan importance) के बाद ही नवरात्रि व्रत का पारण करना चाहिए. हवन में मुख्य रूप से आम की लकड़ी (mango wood importance) का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन, क्या आपको पता है कि हवन में आम की लकड़ियों का इस्तेमाल क्यों किया जाता है. तो, चलिए आपो बता दें कि ऐसा क्यों होता है.
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ज्योतिष शास्त्र में हवन का महत्व
धर्म शास्त्रों के मुताबिक, वैदिक काल से ही हवन की परंपरा चली आ रही है. किसी भी धार्मिक अनुष्ठान के बाद हवन किया जाता है. जब भी कोई नया घर बनवाकर गृह प्रवेश करता है तो शुभता के लिए हवन किया जाता है. इसके अलावा नवग्रह दोष की शांति के लिए भी हवन किए जाते हैं. इतना ही नहीं, हवन की अग्नि को साक्षी मानकर शादी के 7 फेरे लिए जाते हैं. माना जाता है कि हवन करने से सारी निगेटिव एनर्जी दूर हो जाती है और वातावरण शुद्ध हो (significance of mango sticks in havan according to astrology) जाता है.
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हवन में आम की लकड़ी का करें इस्तेमाल
साइंटिफिक रिसर्च के मुताबिक आम की लकड़ी से कार्बन डाईऑक्साइड बहुत कम क्वांटिटी में निकलती है. इसके साथ ही ये बहुत ज्यादा जल जाती है. इलसिए, कम हवा में भी तुरंत जलने लगती है. एक रिसर्च के अनुसार, जब आम की लकड़ी जलती है तो इसमें से फॉर्मिक एल्डिहाइड नामक गैस निकलती है, जो कि खतरनाक बैक्टीरिया और जीवाणुओं को खत्म कर देती है. इससे वातावरण भी शुद्ध होता है. इसके साथ ही हवन के धुएं से टाइफाइड नाम का खतरनाक बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया भी मर जाते हैं. इसके अलावा इससे सांस से जुड़ी प्रॉब्लम्स (significance of mango sticks in havan) भी दूर हो जाती है.