Brahma Muhurta: ये तो सब जानते हैं कि सुबह उठना बेहद लाभकारी होता है लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में उठना कितना चमत्कारी होता है. अगर आपने अपने जीवन में ये नियम बना लिया तो आपको तरक्की करने से कोई नहीं रोक सकता. लेकिन क्या सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सिर्फ बैठ जाएं. तो क्या करें... ऐसे कई सवाल हैं जो आपके मन में भी होंगे. कुछ लोग शायद कहेंगे कि मेडिटेशन करें. हालांकि ये भी जरूरी है लेकिन आप इसके अलावा ब्रह्म मुहूर्त में और क्या-क्या कर सकते हैं आइए जानते हैं.
मन की शुद्धि: ब्रह्म मुहूर्त में उठने से मन ताजगी और शांति की अनुभूति होती है. यह समय ध्यान करने और मन को स्थिर करने के लिए उत्तम माना जाता है, जिससे चिंताएं और तनाव कम होते हैं.
शरीर को स्वस्थ बनाना: ब्रह्म मुहूर्त को जीवन का उत्तम समय माना जाता है जिसमें वात दोष (आयुर्वेद में एक प्रकार का दोष) का प्रकोप नहीं होता है. इस समय में उठकर व्यक्ति के शरीर में ऊर्जा का संचय होता है और शरीर स्वस्थ रहता है.
ब्रह्मचर्य की पालना: ब्रह्म मुहूर्त को ब्रह्मचर्य की पालना के लिए सर्वोत्तम समय माना जाता है. इस समय में उठने से व्यक्ति का मन शुद्ध रहता है और सेक्सुअल इम्पल्स कम होते हैं.
सफलता के लिए उत्तम समय: ब्रह्म मुहूर्त को उत्तम समय माना जाता है नए कार्यों या परियोजनाओं की शुरुआत करने के लिए. इस समय में व्यक्ति का मन ताजगी भरा होता है और विचार शक्ति उच्च होती है, जिससे कार्य करने में सफलता मिलती है.
ध्यान और प्रार्थना के लिए अनुकूल: ब्रह्म मुहूर्त में व्यक्ति का मन शुद्ध और शांत होता है, जिससे ध्यान और प्रार्थना में लगने में आसानी होती है. यह समय मन के साथ-साथ आत्मा को नजदीक लाने के लिए भी महत्वपूर्ण है.
समय का उपयोग: ब्रह्म मुहूर्त को आपका समय जीवन का सबसे प्रमुख और मूल्यवान समय माना जाता है. यदि आप इस समय को उठकर विभिन्न सकारात्मक कार्यों में लगाते हैं, तो आपके जीवन के अनुभव बेहतर हो सकते हैं और आप सफलता की सीढ़ीयों को चढ़ सकते हैं.
ब्रह्म मुहूर्त का समय (Brahma Muhurta Time)
बेहद शुभ ब्रह्ममुहूर्त का समय वो होता है जो रात्रि प्रहर के बाद और सुर्योदय के बीच होता है. यानि 4 बजे से लेकर 5 बजकर 30 मिनट तक का समय इस मुहूर्त में आता है. इस मुहूर्त में व्यक्ति कुछ विशेष कार्यों को कर जीवन की काया पलट सकता है
ब्रह्म मुहूर्त एक विशेष समय होता है जो सुबह के आसपास आता है, जब नई सूर्य की किरणें पृथ्वी पर पड़ने लगती हैं. यह समय मुख्य रूप से वेदिक ज्योतिष और आयुर्वेद में महत्वपूर्ण माना जाता है और इसे ध्यान और आत्मविकास के लिए अच्छा माना जाता है. तो आप अपने जीवन में एक छोटे से बदलाव से तेजी से सफलता की ओर अपना कदम बढ़ा सकते हैं.
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Source : News Nation Bureau