आज 22 मई को कालाष्टमी (kalashtami 2022) मनाई जा रही है. इस दिन भगवान शंकर के भैरव स्वरूप की उपासना की जाती है. इन्हें तंत्र-मंत्र का देवता भी माना जाता है. इस दिन सुबह किसी पवित्र नदी या सरोवर में स्नान करने के बाद पितरों का तर्पण करना चाहिए और उसके बाद भैरव जी की पूजा करनी चाहिए. जो लोग किसी नदी या तालाब में स्नान (kalashtami 2022 kaal bhairav upay) के लिए नहीं जा सकते, वो घर पर ही अपने स्नान के पानी में पवित्र नदियों का आह्वाहन करके स्नान कर सकते हैं. ऐसा करने से आपके जीवन से सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी. इसके साथ ही हर तरह के भय से छुटकारा मिलेगा और सुख-साधनों में बढ़ोतरी होगी. इस दिन आप पूजा के बाद कुछ खास उपायों (kalashtami 2022 upay) को भी कर सकते हैं. जिससे आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी.
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कालाष्टमी के दिन करें ये खास उपाय (kalashtami 2022 vrat)
अगर आप अपने घर के सुख-साधनों में बढ़ोतरी करना चाहते हैं, तो इस दिन आपको भैरव जी का आशीर्वाद लेकर मौली से एक लम्बा-सा धागा निकालकर, उसमें सात गांठे लगाकर अपने घर के मंदिर में रखना चाहिए. ऐसा करने से आपके घर के सुख-साधनों में बढ़ोतरी होगी.
अगर आप अपने वैवाहिक जीवन को सुखद बनाना चाहते हैं, तो इस दिन शमी के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन सुखद बन जाएगा.
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अगर आप अपने व्यक्तित्व को मजबूत करना चाहते हैं, तो इस दिन आपको एक सरसों के तेल में चुपड़ी हुई रोटी लेकर काले कुत्ते को खिलानी चाहिए. ऐसा करने से आपका व्यक्तित्व मजबूत होगा और आप अपने काम बेहतर ढंग से पूरे कर पाएंगे.
अगर आप किसी बात को लेकर दुविधा में पड़े हुए हैं और उससे बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, तो इस दिन आपको शमी के पेड़ की जड़ में जल और मन्दिर में सूत का धागा चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से आपको जल्द ही कोई अच्छा सॉल्यूशन मिलेगा और आप अपनी दुविधा से बाहर निकल पाएंगे.
अगर आपको किसी भी तरह का भय बना रहता है, तो इस दिन भैरव जी के इस मंत्र का 5 बार जप करें. मंत्र इस प्रकार है - आं ह्री क्रों बम् बटुकाय आपद् उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय बम् क्रों ह्रीं आं स्वाहा. ऐसा करने से आपको किसी भी तरह का भय (kalashtami 2022 may) नहीं रहेगा.