हस्तरेखा शास्त्र (hastrekha shastra) में कुछ ऐसी रेखाएं और पर्वतों को महत्व दिया गया है जो हमारे जीवन के कुछ अहम हिस्सों को प्रभावित करती हैं. चंद्र क्षेत्र भी इन्हीं में से एक है. चंद्रमा का संबंध मन से होता है. अगर ये अशुभ स्थिति में हो तो न केवल मन को बल्कि पूरे शरीर (Moon mountain in hand) और आर्थिक स्थिति पर भी बुरा असर पड़ता है. ऐसे लोगों का बीमारियों पर अच्छा-खासा पैसा खर्च होता है. वहीं शुभ चंद्रमा (hastrekha vigyan) जिंदगी बना भी देता है. तो, चलिए आपको हथेली में बने चंद्रमा और उसकी स्थिति का (Palmistry in hindi) प्रभाव बताते हैं.
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यदि चंद्र पर्वत से निकलकर कोई रेखा बुध पर्वत तक जाए तो उसे देव रेखा कहते है. ऐसे लोग भगवान की कृपा से खूब सफलता पाते हैं.
वहीं देव रेखा होने के साथ-साथ भाग्य रेखा सूर्य और शनि पर्वत के बीच से जाती हो तो लोग अपने कर्मों की वजह से असफलता पाते हैं. ऐसे लोग गलत संगति में पड़कर अपना सब कुछ (Which Palm is read for ladies) गंवा देते हैं.
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चंद्र क्षेत्र से किसी रेखा का मंगल पर्वत तक जाना अपार धन-पद-प्रतिष्ठा दिलाता है. हालांकि इन लोगों को जलाशयों से बचकर रहना चाहिए.
मस्तिष्क रेखा के नीचे का भाग चंद्र पर्वत होता है. ये मणिबंध तक जाता है.
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यदि चंद्र पर्वत गोल हो और उस पर कोई तिल या धब्बा न हो तो ये बहुत शुभ होता है. वहीं इसके उलट दबा हुआ चंद्र पर्वत लोगों के जीवन में संघर्ष का कारण (Palmistry lines) बनता है.