Advertisment

Powerful Mantra: रात को सोने से पहले इस मंत्र का जाप है बेहद लाभकारी, शत्रुओं के साथ साथ ऊपरी बाधाओं से भी मिलता है छुटकारा

आज हम आपको रात को सोने से पहले किये जाने वाले एक ख़ास मंत्र के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसके निरंतर जाप से न सिर्फ आप अपने शत्रुओं बल्कि ऊपरी बाधाओं से भी हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं.

author-image
Gaveshna Sharma
एडिट
New Update
bvdb

रात को सोने से पहले इस मंत्र का करें जाप, शत्रुओं से मिलेगा छुटकारा ( Photo Credit : Social Media)

Advertisment

सनातन धर्म में मंत्रों शक्ति की शक्तियों का जिक्र कई जगह किया गया है. यही कारण है कि अक्सर धार्मिक गुरुओं की तरफ से मंत्रों के सही उच्चारण के साथ जप पर जोर दिया जाता है. मंत्रों में इतनी शक्ति होती है कि इससे अनिष्टकारी बाधाओं को बड़ी ही आसानी से दूर किया जा सकता है. लोगों के जीवन में कई तरह के भय होते हैं जिनमें शत्रु भय, धन भय जैसे कई डर शामिल होते हैं. इसीलिए एक ऐसा मंत्र है जिसे लेकर कहा जाता है कि अगर आप रात को सोते समय इसका जाप करते हैं तो कोई भी शत्रु कभी आप पर विजय नहीं हासिल कर सकता. यानी आप अपने हर शत्रु को परास्त करेंगे. साथ ही साथ आप ऊपरी बाधाओं के फेर से भी खुद को और अपने परिवार को बचा सकेंगे.

यह भी पढ़ें: Mahashivratri 2022 Mahadev Rahasya: इस रहस्यमयी मंदिर से लुप्त हैं महादेव, 40 साल में एक बार देते हैं दर्शन

इस मंत्र से जुड़ी एक कहानी है. दरअसल जब भगवान विष्णु शेषनाग शैया पर विश्राम करते हुए निद्रा की अवस्था में थे तब उनके कानों के मैल से मधु-कैटभ नाम के दो दैत्यों का जन्म हुआ. वक्त के साथ ये दोनों दैत्य बेहद कुख्यात हुए और अक्सर ऋषि मुनियों को परेशान किया करते थे. एक बार ये दोनों दैत्य ब्रह्मा जी के पास पहुंचे. दैत्यों ने बह्मा जी से कहा कि आप या तो हमसे युद्ध करें या पद्मासन छोड़ दीजिए. ब्रह्मा जी ने देखा कि उनके जैसा तपस्वी इन दैत्यों से युद्ध करने में अक्षम है तो भगवान विष्ण के पास पहुंचे. ब्रह्मा जी ने देखा कि भगवान विष्णु सो रहे हैं. ब्रह्मा जी भगवान विष्णु को जगाने के काफी प्रयास करते हैं लेकिन उनकी नींद नहीं टूटी. ब्रह्मा जी ने देखा कि भगवान विष्णु सिर्फ निद्रा नहीं बल्कि योगनिद्रा के वशीभूत हैं. 

यह भी पढ़ें: Mahashivratri 2022 Shivling Worship: शिवलिंग के इन रूपों में हैं दिव्य फलदायी शक्ति, पितरों की शान्ति से रोगों के नाश तक मिलता है मनवांछित फल

योगनिद्रा भी देवी हैं. विष्णु को योगनिद्रा में देखकर ब्रह्मा जी ने योगनिद्रा देवी का स्मरण किया. ब्रह्मा जी ने जिस मंत्र का पाठ किया वो है- निद्रां भगवतीं विष्णोरतूलां तेजसः प्रभुः।।... जब योगनिद्रा की ब्रह्मा जी अनेक प्रकार से स्तुति करते हैं तो देवी के प्रभाव से विष्णु भगवान की नींद टूटती है. इसके बाद भगवान विष्णु ने कई वषों तक युद्ध कर मधु-कैटभ दैत्यों का संहार किया. योगनिद्रा के इस मंत्र की स्तुति करने से शत्रु पर विजय के साथ धन-धान्य भी मिलता है. क्योंकि जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु हैं और वो भी योगनिद्रा के वशीभूत हैं. हम जब भी किसी कार्य के लिए योगनिद्रा से प्रार्थना करते हैं तो भगवान विष्णु भी कृपा करते हैं. इस मंत्र को पढ़ने से रात को नींद भी अच्छी आती है.

astrology tips dharm news Sh shraddha dharm news nation dharmik khabren dharm karm dharm latest news mahashivratri 2022 mahashivratri upaay powerful night mantra yognidra devi bhagvan vishnu Lord Brahma madhu kaitabh demons enemy defeated prosperity comes
Advertisment
Advertisment