What are the four noble truths: हिन्दू धर्म में गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है. भगवान विष्णु ने संसार में धर्म की स्थापना और अधर्म के नाश के लिए कई अवतार धारण किए थे. ऐसा माना जाता है कि विष्णु के दस अवतारों में से नौवें अवतार के रूप में बुद्ध ही हैं. इस अवतार के माध्यम से भगवान ने जीवों को अहिंसा, करुणा और सत्य का मार्ग दिखाया. बुद्ध ने दुनिया को मध्य मार्ग का उपदेश दिया जो संतुलित जीवन और अति से बचने की शिक्षा देता है. बुद्ध के विचार और उपदेश व्यक्ति को आत्मज्ञान की ओर अग्रसर करते हैं. बुद्ध जयंती भगवान बुद्ध के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन उनके महान उपदेशों और सिद्धांतों को भी याद करना चाहिए. इस दिन को भगवान विष्णु के अवतार के रूप में भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को मान्यता देने का दिन भी माना जा सकता है.
चार आर्य सत्य क्या हैं?
बुद्ध ने अपने उपदेशों में चार आर्य सत्य बताए जो जीवन की वास्तविकता को दर्शाते हैं. अगर मनुष्य इन्हे समय रहते समझ ले और अपने जीवन में इनका पालन कर लें तो उसे कभी कोई कष्ट नहीं होगा और आनंद के साथ वो अपना जीवन जिएगा.
दुख (Dukkha)
जीवन में दुख अटूट रूप से जुड़ा हुआ है. जन्म, बुढ़ापा, बीमारी और मृत्यु सब दुख के रूप हैं. इस सत्य को जो लोग जीवन में जितना जल्दी अपना लेते हैं उनका जीवन उतना ही आसान हो जाता है.
दुख समुदय (Dukkha Samudaya)
जीवन में दुखों का कारण इच्छाएं और लालच होता है. संसार में चीजों को प्राप्त करने की चाहत ही दुख का स्रोत है. अगर आप इस चाह को ही खत्म कर दें तो आप सुख को आसानी से पा लेंगे.
दुख निरोध (Dukkha Nirodha)
इच्छाओं को समाप्त करके दुखों का नाश किया जा सकता है. इसका अर्थ है मोह-माया से मुक्त होकर आनंद और शांति प्राप्त करना. तो आप अगर अपने जीवन में शांति पाना चाहते हैं तो आप मोह-माया का त्याग कर दें.
दुख निरोध मार्ग (Dukkha Nirodha Marga)
दुखों से मुक्त होने का मार्ग अष्टांगिक मार्ग है, जो आत्म-संयम और आध्यात्मिक साधना पर आधारित है.
तो आप अगर गौतम बुद्ध की इन 4 बातों से सीख ले लें, तो जीवन में आपको कुछ भी कठिन नहीं लगेगा. आप हमेशा खुश रहेंगे और जीने के नए और सरल रास्ते आसानी से खोज पाएंगे. आप अगर जीवन में आनंद और सुख चाहते हैं तो सबसे पहले हर तरह की मोह-माया से मुक्ति पा लें. जीवन के अटूट सत्य को अपना लें और अष्टांगिक मार्ग को अपना लें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)