Kundli Matching For Marriage: शादी एक ऐसा बंधंन है, जिसमें दो लोग (पति-पत्नी) जीवनभर एक साथ रहते हैं. दोनों सुख और दुख में एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं. शादी एक ऐसी गाड़ी है, जिसमें पति-पत्नी दो पहियों के समान होते हैं. एक भी पहिया खराब हुआ तो गाड़ी दो कदम भी आगे न चल पाएगी. ऐसे में जरूरी होता है कि शादी में पूरे विधि विधान और रस्मों रिवाजों के साथ की जाए. शादी में पूजा अनुष्ठान के साथ राशियों और ग्रहों की भी बड़ी भूमिका रहती है. विवाह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जिसमें दो व्यक्तियों का संबंध बनता है और उनका जीवन साझा किया जाता है. इस समर्थन में, कुंडली मिलान एक विशेष महत्वपूर्ण चरण है जो ज्योतिषीय दृष्टिकोण से किया जाता है.
यहां है कुंडली मिलान के कुछ कारण:
1. ग्रहों का संगठन:
कुंडली में ग्रहों का स्थिति और संयोजन का अध्ययन करने से ज्योतिषी विशेषज्ञ व्यक्तियों के गुण और दोषों को पहचान सकते हैं, जो उनके जीवन को प्रभावित कर सकते हैं.
2. दोषों का समीक्षा:
कुंडली मिलान में, महत्वपूर्ण होता है कि किसी भी दोष का पता चले, जैसे कि मंगल दोष, कालसर्प दोष, राहु-केतु दोष इत्यादि. इन दोषों का समाधान किया जा सकता है जो समृद्धि और खुशियों को बढ़ावा देता है.
3. व्यक्तिगत स्वभाव:
व्यक्तिगत स्वभाव, आदतें, और रुचियां कुंडली में व्यक्त होती हैं. इसके माध्यम से दो व्यक्तियों के बीच समर्थन और समझदारी के संकेत मिलते हैं.
4. परस्पर के योग:
कुंडली मिलान से पति और पत्नी के बीच के परस्पर के योगों की जाँच की जाती है, जो दोनों के बीच मेल खाते हैं और साझा जीवन को सुखमय बना सकते हैं.
5. दांपत्य जीवन:
कुंडली मिलान से यह भी पता चलता है कि दोनों जीवनसाथी एक-दूसरे के साथ दांपत्य जीवन में संबंधित हैं या नहीं.
6. विशेषज्ञता का समर्थन:
कुंडली मिलान विशेषज्ञ ज्योतिषियों को योग्यता के साथ समर्थन करता है, जिन्हें विभिन्न दोषों और योगों को पहचानने में मदद मिलती है.
7. सामाजिक समर्थन:
विवाह सामाजिक समर्थन का एक माध्यम भी हो सकता है, जो एक परिवार से दूसरे परिवार में होता है.
8. भविष्यवाणी:
कुंडली मिलान से भविष्यवाणी भी की जा सकती है, जिससे आने वाले समय में होने वाली समस्याओं का सामना करना सरल हो सकता है.
Source : News Nation Bureau