Lal Kitab Ke Totka: नमक का ज्योतिष में महत्वपूर्ण स्थान है. नमक को विभिन्न परंपराओं में शुभता का प्रतीक माना जाता है और इसे घर की सुरक्षा और समृद्धि के लिए उपयोग किया जाता है. ज्योतिष में, नमक को धार्मिक और शुभ गुणों का प्रतीक माना जाता है और इसे घर में अच्छे भाग्य और समृद्धि के लिए उपयोग किया जाता है. नमक के उपयोग से घर में नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट किया जाता है और सकारात्मकता को बढ़ावा दिया जाता है. इसके साथ ही, ज्योतिष में नमक को कई ग्रहों के उपाय के रूप में भी उपयोग किया जाता है. नमक को घर के मुख्य द्वार पर रखकर घर में पॉजिटिव ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता है. इसके अलावा, ज्योतिष में नमक को वास्तु दोष और ग्रह दोष से मुक्ति प्रदान करने के लिए भी उपयोग किया जाता है. नमक को सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शनि, राहू, और केतु के उपाय के रूप में भी उपयोग किया जाता है ताकि वे अनुकूल ग्रहों के बल से समृद्धि और सम्मान प्राप्त कर सकें. अतः, ज्योतिष में नमक का महत्व बहुत ही अधिक है और इसे धार्मिक और सामाजिक प्रतीक के रूप में उपयोग किया जाता है.
लाल किताब में नमक के टोटके का उपयोग विभिन्न ग्रहों के दोषों को दूर करने और जीवन में समृद्धि और सुख-शांति को प्राप्त करने के लिए किया जाता है. ये टोटके ज्योतिष के अनुसार ग्रहों के प्रभाव को कम करने में सहायक होते हैं और जीवन में समृद्धि की ओर मार्गदर्शन करते हैं.
लाल किताब के टोटके
शनि दोष निवारण: अगर किसी को शनि के दोष से पीड़ा हो रही है तो उसे हर शनिवार को अपने घर के मुख्य द्वार पर नमक की टिकी लगानी चाहिए. यह उसके शनि के दोष को दूर करने में मदद करेगा.
राहू के दोष निवारण: राहू के दोष से पीड़ित होने पर, रोज़ाना एक बड़ा चमच नमक को पानी में मिलाकर उसे अपने घर के दरवाजे के पास रखें. यह राहू के दोष को निवारण करने में मदद करेगा.
ग्रहों के संतुलन का उत्तरदायित्व: ग्रहों के संतुलन को बनाए रखने के लिए, नमक को पानी में मिलाकर हर महीने अपने घर के निवाले में डालें. यह ग्रहों के संतुलन को बनाए रखने में सहायक होगा.
इन नमक के टोटकों का अनुसरण करके, ज्योतिष के अनुसार ग्रहों के प्रभाव को कम किया जा सकता है और जीवन में समृद्धि, सुख-शांति की प्राप्ति हो सकती है.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप visit करें newsnationtv.com/religion
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau