आज रक्षाबंधन के साथ ही सावन का आखिरी सोमवार भी है। शिवालय से लेकर हर मंदिर में जलाभिषेक के लिए शिव भक्तों की लम्बी कतार लगी हुई है। जगह- जगह पर भंडारे का आयोजन किया जा रहा है और सभी शिव भक्त बम बोले के जयकारे के साथ पूरी तरह शिवमय नज़र आ रहे हैं।
बताया जा रहा है की पूरे 27 साल बाद ऐसा संयोग बना है कि सावन के सोमवार को को रक्षाबन्धन का त्यौहार भी मनाया जा रहा है।
इसके साथ14 साल बाद ऐसा हुआ है की सावन की शुरुआत और सम्पन भी सोमवार को हो रहा है। सावन के महीने को हर माह से खास माना जाता है इसलिए शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त कांवड़ यात्रा निकालते हुए उन्हें जल अर्पित करते है।
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इसबार सावन के आखिरी सोमवार और रक्षाबंधन पर चंद्र का साया भी लगा हुआ है इसलिए उत्तरप्रदेशकी राजधानी के डालीगंज स्थित प्रसिद्ध मनकामेश्वर मठ (मंदिर) के कपाट सावन के आखिरी सोमवार यानि 7 अगस्त को दोपहर में बंद हो जाएंगे। लेकिन रक्षाबंधन होने के कारण मंदिर के द्वार भक्तों के लिए दोपहर 1:52 बजे तक खुले रहेंगे।
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चंद्रग्रहण पड़ रहा है इस वजह से सूतक दोपहर 1:52 बजे से शुरू होकर नौ घंटे तक चलेगा। चंद्रग्रहण रात 10:52 बजे से शुरू होगा, जबकि मोक्ष काल रात 12:48 बजे तक रहेगा। सूतक ग्रहण से नौ घंटे पहले ही लग जाएगा। इस वजह से दोपहर 1:52 बजे से सावन का सोमवार होने के बाद भी मंदिर परिसर के सभी कपाट भक्तों के लिए बंद रहेंगे।
मान्यता है कि सावन के माह में भगवान शंकर की पूजा करने से वह भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं। भगवान शिव देवों के देव महादेव के रूप में जाने जाते है। शिव के 12 ज्योर्तिलिंग में से एक 'बैधनाथ धाम' में हर साल सावन में विशेष मेले का आयोजन किया जाता है यहां कांवड़ियों का अत्यधिक तांता लगा रहता है।
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Source : News Nation Bureau