Maa Saraswati Mantra: सरस्वती माता हिन्दू धर्म की एक प्रमुख देवी हैं. वह विद्या, कला, संगीत, और बुद्धि की देवी मानी जाती हैं. सरस्वती माता का अनुग्रह हमें ज्ञान की प्राप्ति में मदद करता है और हमें सफलता की ओर ले जाता है. उनकी पूजा विद्यार्थियों, कलाकारों, और विद्वानों द्वारा बहुत श्रद्धा से की जाती है. सरस्वती माता की पूजा में विद्या के चंदन, कमल, मधु, बेल पत्र, और फलों का उपयोग किया जाता है. विद्यार्थियों के लिए उनकी कृपा के लिए विद्या का दीपक जलाया जाता है और उनकी पूजा के बाद ब्रह्माणों को भोजन कराया जाता है. सरस्वती माता का ध्यान करने से मानव बुद्धि को विकसित करने की शक्ति मिलती है और उसके विचारों में स्पष्टता आती है. उनकी आराधना न केवल शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्ति में सहायक होती है, बल्कि वे हमें ध्यान, संवेदनशीलता, और समर्पण की भावना भी प्रदान करती हैं. इसलिए, सरस्वती माता की पूजा को हमें निरंतर करना चाहिए ताकि हमें जीवन में ज्ञान और सफलता की प्राप्ति हो सके.
सरस्वती माता के 10 मंत्र:
ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः.
मंत्र का अर्थ है "आदि शक्ति सरस्वती माता को मेरा नमन है." यह मंत्र सरस्वती माता की पूजा और आराधना के लिए उपयोग किया जाता है. इस मंत्र का जाप करने से विद्या, कला, और बुद्धि में वृद्धि होती है और व्यक्ति को ज्ञान के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है.
वद वद वाग्वादिनी स्वाहा.
मंत्र का अर्थ है "जब तुम बोलो, तो वाणी वादिनी स्वाहा." यह मंत्र सरस्वती माता की कृपा प्राप्ति के लिए उपयोग किया जाता है. इस मंत्र का जाप करने से विद्या और बुद्धि में वृद्धि होती है और व्यक्ति को अच्छी वाणी का आधार प्राप्त होता है.
ॐ श्रीं ह्रीं सरस्वत्यै नमः.
मंत्र का अर्थ है "आदि शक्ति सरस्वती माता को मेरा नमन है, जो श्रीं और ह्रीं के स्वरूप में हैं." यह मंत्र सरस्वती माता की पूजा और आराधना के लिए उपयोग किया जाता है. इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को ज्ञान, संवेदनशीलता, और सफलता के क्षेत्र में बल मिलता है.
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता.
मंत्र का अर्थ है "जो माँ सरस्वती श्वेत कमल के समान चमकती हैं, जिनका वस्त्र श्वेत है." यह मंत्र सरस्वती माता की कृपा प्राप्ति के लिए उपयोग किया जाता है और विद्या के क्षेत्र में सफलता प्राप्ति के लिए प्रार्थना करता है.
वेणुकरा कल्मशानाथकरा वराभयदा करा॥
मंत्र का अर्थ है "जो माँ सरस्वती वेणु (बाँसुरी) धारण करती हैं, कल्मशों को नष्ट करने वाली हैं, और भक्तों को भयहीन बनाने वाली हैं." यह मंत्र सरस्वती माता की कृपा प्राप्ति के लिए उपयोग किया जाता है और विद्या के क्षेत्र में सफलता प्राप्ति के लिए प्रार्थना करता है.
या श्वेतपद्मासना.
मंत्र का अर्थ है "जो माँ सरस्वती श्वेत पद्मासन पर विराजमान हैं." यह मंत्र सरस्वती माता की कृपा प्राप्ति के लिए उपयोग किया जाता है और विद्या के क्षेत्र में सफलता प्राप्ति के लिए प्रार्थना करता है.
पद्मपत्रे समायुता.
मंत्र का अर्थ है "जो माँ सरस्वती पद्म के पत्ते से युक्त हैं." यह मंत्र सरस्वती माता की कृपा प्राप्ति के लिए उपयोग किया जाता है और विद्या के क्षेत्र में सफलता प्राप्ति के लिए प्रार्थना करता है.
मा विद्मा क्रिये सर्वविद्या महात्मने.
मंत्र का अर्थ है "हे माँ सरस्वती, हमें विद्या की सार्वभौमिक शक्ति को पहचानने की क्षमता प्रदान करें." यह मंत्र विद्या के क्षेत्र में आत्म-साक्षात्कार और समर्पण की प्राप्ति के लिए उपयोग किया जाता है.
सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि.
मंत्र का अर्थ है "हे सरस्वती माँ, तुम्हें प्रणाम है, जो काम की रूपिणी हैं और वरदान देने वाली हैं." यह मंत्र सरस्वती माता की पूजा और आराधना के लिए उपयोग किया जाता है. इस मंत्र का जाप करने से विद्या, कला, और बुद्धि में सफलता प्राप्त होती है.
विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा॥
मंत्र का अर्थ है "मैं विद्या की शुरुआत करता हूं और सदा ही सफलता मुझे प्राप्त हो." यह मंत्र विद्या के अध्ययन और समर्पण के लिए उपयोग किया जाता है और शिक्षा के क्षेत्र में सफलता की कामना को प्रकट करता है.
इन मंत्रों का जाप करने से सरस्वती माता की कृपा प्राप्ति होती है और विद्या, कला, और बुद्धि में सफलता प्राप्त होती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau