Magh Purnima 2024: माघ पूर्णिमा विशेष रूप से हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण मानी जाती है. यह पूर्णिमा मास माघ (माघ नामक महीना) के पहले पूर्ण चंद्रमा के दिन मनाई जाती है. इस दिन को माघी पूर्णिमा भी कहा जाता है. यह पर्व समस्त देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. माघ पूर्णिमा के दिन स्नान, दान और पूजा की जाती है. लोग सूर्योदय के समय स्नान करते हैं और उसके बाद विशेष प्रार्थनाएँ करते हैं. इस दिन को गंगा स्नान करने का भी विशेष महत्व होता है. माघ पूर्णिमा को संस्कृत में 'माघ महीने की पूर्णिमा' के रूप में जाना जाता है और इसे संस्कृत शास्त्रों में महत्वपूर्ण रूप से उल्लेखा गया है. यह पूर्णिमा धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होती है और लोग इसे ध्यान में रखते हैं और इसे धार्मिक रूप से मनाते हैं.
माघ पूर्णिमा के उपाय में स्नान, दान, पूजा और व्रत आदि शामिल होते हैं. इस अवसर पर लोग गंगा नदी में स्नान करते हैं और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा करते हैं.
स्नान: सूर्योदय के समय गंगा, यमुना, गोदावरी आदि सगर्म नदियों में स्नान करना मान्य होता है. यह स्नान शुद्धता और शुभता की प्राप्ति में मदद करता है.
दान: माघ पूर्णिमा पर दान करने का विशेष महत्व है. लोग वस्त्र, अनाज, धान्य, द्रव्य, और आहार के नाम पर दान करते हैं.
पूजा: विष्णु भगवान की पूजा और अर्चना करना मान्य माना जाता है. ध्यान, भजन, कीर्तन, आरती, और प्रार्थना करने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
व्रत: माघ पूर्णिमा के दिन विशेष व्रत रखा जाता है. यह व्रत सात्विक आहार, मन्त्र जप, और ध्यान के साथ मनाया जाता है.
अनुष्ठान: विभिन्न पंचांगीय कार्यों और पूजाओं को पूरा करना भी माघ पूर्णिमा के दिन किया जाता है. यह समाज में शांति और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है.
इन उपायों को करके लोग माघ पूर्णिमा को धार्मिक और सामाजिक महत्व देते हैं और इस अवसर पर शुभकामनाएं देते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau