महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) का दिन भोलेनाथ के भक्तों के लिए काफी खास माना जाता है. जब वो सबकुछ छोड़कर भगवान शिव की भक्ति में लीन हो जाते हैं. पुराणों में देखने को मिलता है कि शिव शंकर ने कई राक्षसों का संहार किया है और वो काफी गुस्सैल हैं. हालांकि, गुस्सैल होने के साथ-साथ जटाधारी भोले भी हैं. जिसके चलते उन्हें 'भोलेनाथ' नाम दिया गया है. ऐसे में कहा जाता है कि अगर आप अपना मन साफ रखकर भगवान शिव की भक्ति करते हैं तो आपको उसका लाभ जरूर मिलता है. जैसा कि कल महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) है, इस मौके पर हम आपको भगवान शिव के कुछ मंत्र बताने वाले हैं. जिससे आपको शिवजी की अराधना में मदद मिलेगी.
पंचाक्षरी शिव मंत्र
ॐ नम: शिवाय।।
नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय।।
(भगवान शिव के इस मंत्र का आपको 108 बार जाप करना चाहिए. इससे आपको शांति, संतुष्टि मिलेगी.)
महा मृत्युन्जय मंत्र
ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टि-वर्धनम उर्वारुकमिव बन्धनं मृत्योर्मुक्षीय मामृतात।।
(इस मंत्र का उच्चारण किसी अनहोनी की आशंका होने पर किया जाता है. जिससे मृत्यु के भय से मुक्ति मिले.)
रूद्र मंत्र
ॐ नमो भगवते रुद्राय।।
(रूद्र मंत्र का जाप करने से भक्त की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. साथ ही शिव शंकर का आशीर्वाद हमेशा साथ रहता है.)
रूद्र गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात।।
(इस मंत्र के उच्चारण से आपके मन को शांति और ज्ञान का प्रकाश मिलेगा.)
दारिद्र्य दहन स्तोत्रम
वशिष्ठेन कृतं स्तोत्रम सर्वरोग निवारणं, सर्वसंपर्काराम शीघ्रम पुत्रपौत्रादिवर्धनम।।
(इस मंत्र के जाप से आपको रोगों से मुक्ति मिलेगी और धन की प्राप्ति के साथ भविष्य उज्जवल होगा.)