Mahashivratri 2023 : महाशिवरात्रि भारत के पवित्र त्योहारों में से एक है. इस अंधेरी रात को शिव की कृपा का उत्सव मनाया जाता है. शिव को प्रथम गुरु माना जाता है. महाशिवरात्रि की रात को ग्रहों की स्थिति ऐसी होती है, कि व्यक्ति के शरीर में ऊर्जा को शक्तिशाली ढंग से ऊपर की ओर ले जाने के प्रयास करती है. इस दिन भगवान शिव को विधिवत पूजा करने का विधि-विधान है. ऐसा माना जाता है, कि भगवान शिव को जलाभिषेक और रुद्रभिषेक करने के सात कुछ चीजों को चढ़ाना बेहद शुभ माना जाता है. जिसमें से एक है बेलपत्र. भगवान शिव को बेलपत्र बेहद प्रिय है. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने से सभी तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं और साथ ही सुख-समृद्धि की भी प्राप्ति होती है. वहीं शिवपुराण के अनुसार, शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ानेके कुछ नियमों के बारे में बताया गया है, जिनका पालन करने से पूजा का पूर्ण फल मिलता है. तो आइए आज हम आपको अपने एस लेख में बेलपत्र चढ़ाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इसके बारे में बताएंगे.
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बेलपत्र चढ़ाते समय इन बातों का रखें ध्यान
1.इस दिन बेलपत्र भूलकर भी न तोड़ें.
शिवपुराण के अनुसार, बेलपत्र उस समय नहीं तोड़ना चाहिए, जब भगवान शिव को समर्पित करना होता है. खासकर, हर मास की चतुर्दशी तिथि को बेलपत्र भूलकर भी नहीं तोड़ना चाहिए.
2.शिवलिंग पर न चढ़ाएं बेलपत्र
शिवपुराण में आपके पास जितना बेलपत्र हो आप उतना चढ़ा सकते हैं. शिवजी को 3 या फिर 11 बेलपत्र चढ़ाना शुभ होता है.
3.शिवलिंग पर इस तरीके से चढ़ाएं बेलपत्र
बेलपत्र को हमेशा उलटकर चढ़ाएं.आप चाहें तो ऊपर की तरफ चंदन से ऊं बना सकते हैं.
4.अगर आपको नहीं मिल रहा है बेलपत्र, तो करें ये काम
शिवपुराण के अनुसार, भगवान शिव को बेलपत्र बेहद प्रिय है. अगर आपको बेलपत्र नहीं मिल रहे हैं, तो एक ही बेलपत्र को गंगाजल से शुद्ध करके भगवान को अर्पित करें. इसके अलावा आप शिवलिंग पर दूसरों के द्वारा अर्पित किए गए बेलपत्र को भी धोकर चढ़ा सकते हैं.