मकर संक्रांति (Makar Sakranti) का पर्व भारत का विशेष त्योहार है. ये एक ऐसा पर्व है जो केवल भारत में ही नहीं विदेशों में भी मनाया जाता है. जिस दिन सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करता है उस दिन मकर संक्रांति मनाई जाती है. बता दें सूर्य के राशि में बदलाव होने के बाद से लोगों के जीवन में भी बदलाव होने लगता है. पंचाग के अनुसार इस साल 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जाएगी. इस त्योहार को कई विदेशों में भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. आइए जानते हैं कि आखिर किन किन देशों में और किस नाम से ये पर्व मनाया जाता है.
श्रीलंका
श्रीलंका में मकर संक्रांति को विशेष तरीके से मनाया जाता है. बता दें श्रीलंका में मकर संक्रांति मनाने का तरीका भारतीय संस्कृति से काफी अलग है. यहां इसको उजाहवर थिरनल के नाम से जानते हैं. वहीं इसे पोंगल भी कहा जाता है, क्योंकि श्रीलंका में तमिलनाडु के काफी लोग निवास करते हैं.
कंबोडिया
कंबोडिया में भी मकर संक्राति का पर्व मनाया जाता है. कंबोडिया में मकर संक्रांति को संगक्रान के नाम से जाना जाता है. बताया गया है कंबोडिया में लोग इस दिन तरह तरह के पकवान बनाते हैं और उन्हें खाकर इनका आंनद लेते हैं. यहां खासकर नए साल के आगमन और पूरे साल खुशहाली रहे इसलिए इस त्योहार को मनाया जाता है.
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म्यांमार
म्यांमार में मकर संक्रांति को थिनज्ञान के नाम से जाना जाता है, ये बौद्धों से संबंधित है. म्यांमार में ये त्योहार 4 से पांच दिन तक चलता है. यहां भी खासकर नए साल के आगमन में इस त्योहार को मनाया जाता है. पूरे हर्षोउल्लास के साथ इस त्योहार को मनाया जाता है.
थाईलैंड
थाईलैंड में मकर संक्रांति को सॉन्करर्ण के नाम से जाना जाता है. यहां मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाई जाती है, लेकिन थाईलैंड में इसका महत्व भारत के मुकाबले बिल्कुल अलग होता है. यहां हर राजा की अपनी विशेष पतंग होती है, जिसे जाड़े के मौसम में भिक्षु और पुरोहित देशों में शांति और खुशहाली की आशा में उड़ाया जाता है. कहा जाता है अपनी बात भगवान तक पहुंचाने के लिए यहां के लोग वर्षा ऋतु में पतंग उड़ाते हैं.
बांग्लादेश
बांग्लादेश में भी मकर संक्राति मनाया जाता है, बांग्लादेश में मकर संक्राति पर्व को पौष संक्रांति के नाम से जाना जाता है.
नेपाल
नेपाल में इस दिन पब्लिक हॉलिडे होता है. बता दें नेपाल के बाकी समुदाय तीर्थस्थल में स्नान करते हैं और उसके बाद दान करते हैं. साथ ही मेला घूमने भी जाते हैं.