Makar Sankranti 2023: संक्रांति तब लगता है, जब सूर्य एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करते हैं. ऐसे में कुल 12 राशियों में सूर्य का परिवर्तन होता है. जिससे इसे सूर्य संक्रांति भी कहा जाता है. वहीं 12 संक्रांतियों में 4 संक्रांति ऐसे होते हैं, जो बेहद महत्वपूर्ण होते हैं और उन चार संक्रांतियों में सबसे खास मकर संक्रांति मानी जाती है. जब मकर के अलावा सूर्य मेष,तुला, कर्क राशि में जाते हैं, तो वह संक्रांति बेहद खास मानी जाती है. वहीं मकर संक्रांति तब लगती है, जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं. जिससे ये संक्रांति और भी खास बन जाता है. मकर संक्रांति को हर जगह अलग-अलग नामों से जाना जाता है. कहीं इसे खिचड़ी के नाम से जाना जाता है, तो कहीं इसे तिल संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन स्नान-दान अवश्य करनी चाहिए. इससे यश की प्राप्ति होती है. तो आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि हमें मकर संक्रांति के दिन किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए.जिसे करने से आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे.
मकर संक्रांति के दिन अवश्य करें ये काम
1. सूर्य देवता को दें अर्घ्य
मकर संक्रांति का ये त्योहार खासकर सूर्य देवता को समर्पित है.इस दिन सूर्य देवता की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है.इस दिन सूर्य देवता को अर्घ्य देते वक्त कलश में कुमकुम, काला तिल, गुड़ और फूल से अवश्य अर्घ्य देना चाहिए. इसके अलावा सूर्य देवता को अर्घ्य देने के दौरान आदित्य स्तोत्र का पाठ अवश्य करना चाहिए. इससे सूर्य देव की कृपा हमेशा आपके ऊपर बनीं रहेगा और आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी.
2. दान करना न भूलें
कहते हैं, इस दिन दान देने से दोगुना फल की प्राप्ति होती है. इस दिन किया गया दाव सीधे सूर्य देवता को मिलता है. जिससे व्यक्ति को मोक्ष की भी प्राप्ति होती है. इसके अलावा इस दिन गरीब और जरूरतमंदों को गुड़ के साथ-साथ खिचड़ी,तिल का दान अवश्य करना चाहिए. इससे मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है.
3. इस दिन स्नान करना होता है बेहद शुभ
इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और मोक्ष की प्राप्ति भी हो जाती है. गंगा स्नान सबसे खास माना जाता है. इस दिन अगर आप गंगा स्नान नहीं कर सकते हैं, तो पानी में गंगा जल का डालकर स्नान कर सकते हैं. इस दिन ब्राह्मणों को भोजन कराना बेहद शुभ होता है. इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है.
4.पितरों को तर्पण करना होता है शुभ
इस दिन पूर्वजों के नाम से तर्पण करना चाहिए. इससे पितृदोष नहीं लगता है. आज ही के दिन महाराज भगीरथ ने अपने पूर्वजों की मोक्ष प्राप्ति के लिए गंगा नदी में तर्पण किया था.