आश्विन महीने (Ashwin Month) में इस बार मलमास लगा हुआ है. 18 सितंबर से मलमास (Malmas 2020) शुरू हो रहा है जो 16 अक्टूबर तक रहेगा. 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि (Sharadiya Navratra) शुरू हो रहे हैं. 26 अक्टूबर को दशहरा 14 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी. इस बार देवउठनी एकादशी (Devuthni Ekadashi 2020 ) 25 नवंबर को पड़ रहा है. माना जाता है कि देवउठनी एकादशी को ही भगवान विष्णु (Lord Vishnu) योगनिद्रा से जागृत होते हैं और सृष्टि का कार्यभार संभालते हैं. इसी के साथ चातुर्मास (Chaturmas) समाप्त हो जाता है. चातुर्मास में कोई भी खरीदारी, शादी-विवाह को शुभ नहीं माना जाता. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान मुंडन, नामकरण, शादी से सम्बंधित कोई भी कार्यक्रम नहीं करना चाहिए.
ऐसा नहीं है कि मलिन मास या मलमास के पूरे महीने में शुभ कार्यों को करने से मनाही होती है. पहले से आरंभ किए गए कार्यों का समापन मलमास में कर सकते हैं. मलमास में विवाह से जुड़ी चर्चा या सहमति कायम की जा सकती है. इस महीने में बस अक्षत का भेद होता है.
मलमास की शुभ तिथियां: मलमास में कुछ तिथियां ऐसी होती हैं, जिस दिन आप शुभ काम कर सकते हैं. इस बार 18 सितंबर, शुक्रवार को उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र पड़ रहा है जो बेहद मंगलकारी माना जाता है. 21, 26 सितंबर और अक्टूबर में 1, 2, 4, 6, 7, 9, 11 को सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. इस योग में कोई भी काम शुरू करने पर अपार सफलता मिलती है. वहीं द्विपुष्कर योग 19 व 27 सितंबर को पड़ रहा है. इस योग में कोई भी कार्य करने से दोगुना फल मिलता है. साथ ही 2 अक्टूबर को अमृतसिद्धि योग भी पड़ रहा है. यह भी शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त होता है.
Source : News Nation Bureau