Mars Transit in Pisces: 23 अप्रैल 2024 को मंगल ग्रह मीन राशि में प्रवेश करेगा। यह गोचर 45 दिनों तक रहेगा, जब तक कि 9 जून 2024 को यह मेष राशि में प्रवेश नहीं कर लेता। ज्योतिष शास्त्र में मंगल को ग्रहों का सेनापति माना जाता है। इसका प्रभाव ऊर्जा, साहस, भूमि, संपत्ति और युद्ध जैसे क्षेत्रों से जुड़ा होता है। मंगल का यह गोचर व्यक्ति के जीवन में अलग-अलग तरह के परिणाम ला सकता है। मंगल का यह गोचर व्यक्ति के कार्यक्षेत्र में ऊर्जा, संवेदनशीलता, और साहस को बढ़ावा दे सकता है। व्यक्ति को नई प्रोजेक्ट्स के लिए प्रेरित कर सकता है और उसकी कार्यक्षमता को मजबूत कर सकता है। हालांकि, अगर व्यक्ति की कुंडली में नकारात्मक योग हैं तो यह गोचर उसके लिए थोड़े चुनौतीपूर्ण हो सकता है, जैसे कि क्रोध, उच्छेद, और बदलते जीवन की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, मंगल के गोचर का ध्यानपूर्वक अनुसरण करना और उसके प्रभाव को समझना महत्वपूर्ण होता है। आइए जानते हैं कि मीन राशि के मंगल में गोचर होने का देश और दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है.
देश पर प्रभाव
राजनीति मंगल के मीन राशि में गोचर से राजनीतिक माहौल गरमा सकता है। सत्ता परिवर्तन या राजनीतिक नेताओं के बीच टकराव की संभावना बढ़ सकती है।
अर्थव्यवस्था मंगल भूमि और संपत्ति से जुड़ा ग्रह है। इसका अर्थव्यवस्था पर मिलाजुला प्रभाव पड़ सकता है। एक ओर, रियल एस्टेट और निर्माण क्षेत्र में वृद्धि हो सकती है, वहीं दूसरी ओर, मुद्रास्फीति और ब्याज दरों में वृद्धि भी हो सकती है।
सुरक्षा मंगल ग्रह संघर्ष और युद्ध का प्रतीक है। इस गोचर के दौरान सीमा विवाद, आतंकवादी गतिविधियां और सामाजिक अशांति बढ़ सकती है।
प्राकृतिक आपदाएं मंगल प्राकृतिक आपदाओं का भी कारक माना जाता है। इस दौरान भूकंप, बाढ़ और आग जैसी प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बढ़ सकता है।
दुनिया पर प्रभाव
अंतरराष्ट्रीय संबंध मंगल के मीन राशि में गोचर से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में तनाव बढ़ सकता है। युद्ध या सीमा विवादों की संभावना बढ़ सकती है।
व्यापार और अर्थव्यवस्था वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंगल के प्रभाव का मिश्रित प्रभाव पड़ सकता है। एक ओर, कुछ क्षेत्रों में व्यापार में वृद्धि हो सकती है, वहीं दूसरी ओर, महंगाई और आर्थिक मंदी का खतरा भी बढ़ सकता है।
मौसम मंगल ग्रह जलवायु परिवर्तन को भी प्रभावित कर सकता है। इस दौरान अत्यधिक मौसम की घटनाएं, जैसे कि तूफान, बाढ़ और सूखा, अधिक बार हो सकती हैं।
वैसे ज्योतिषीय भविष्यवाणियां निश्चित नहीं होती हैं और कई कारकों से प्रभावित हो सकती हैं। यह केवल एक संभावित प्रभाव है जो मंगल के मीन राशि में गोचर से हो सकता है।
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau