Masik Janmashtami 2022: मासिक जन्माष्टमी व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की विधि विधान से पूजा और अभिषेक किया जाता है. इस बार आषाढ़ माह का मासिक जन्माष्टमी व्रत 20 जून दिन सोमवार यानी कि आज के दिन रखा जा रहा है. आज का दिन अत्यंत शुभ योग में व्यतीत होगा क्योंकि आज भगवान शिव के भक्तों द्वारा उनके काल भैरव रूप की पूजा की जा रही है और कालाष्टमी व्रत रखा जा रहा है. वहीं, आज जन्माष्टमी की बात करें तो, मासिक जन्माष्टमी के अवसर पर लोग बाल गोपाल की पूजा संतान प्राप्ति के लिए भी करते हैं.
मासिक कृष्ण अष्टमी पूजा विधि 2022 (Masik Krishna Janmashtami Puja Vidhi 2022)
- मासिक कृष्ण अष्टमी के दिन भक्त सुबह उठकर स्नान आदि से निवृत होकर घर के मंदिर की सफाई करते हैं.
- इससे बाद शुद्ध होकर लड्डू गोपाल की प्रतिमा या उनके युगल स्वरूप के चित्रपट के सामने दीया और धूपबत्ती जलाते हैं.
- इसके बाद लड्डू गोपाल का दूध, दही, बूरा, घी और पानी से अभिषेक किया जाता है.
- इसके बाद लड्डू गोपाल को नई पोशाक पहनाई जाती है और उनका श्रृंगार किया जाता है.
- इस दिन लड्डू गोपाल को माखन, मिश्री और मेवा का भोग लगाया जाता है.
- अंत में आरती के बाद पूजा की समाप्ति की जाती है.
- इसके बाद लोगों के बीच प्रसाद वितरित किया जाता है.
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मासिक कृष्ण अष्टमी महत्व 2022 (Masik Krishna Janmashtami Significance 2022)
मासिक कृष्णाष्टमी व्रत का खास धार्मिक महत्व है. इस दिन विधि-विधान से भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन लड्डू गोपाल की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. संतान की कामना के लिए भी यह व्रत बेहद खास माना गया है. इसके अतिरिक्त जन्माष्टमी का व्रत मोक्ष प्राप्ति में भी अत्यंत सहायक है.