Astro Tips For Sadhe sati: शनि की साढ़ेसाती ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण दशा है जो किसी व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन और परेशानियों का कारण बनती है. इस दशा में शनि ग्रह व्यक्ति के राशि के तीन स्थानों को प्रभावित करता है, जो लगभग सात वर्ष तक चलता है. इसका मतलब है कि जब किसी व्यक्ति की जन्म राशि, लग्न राशि और चंद्र राशि या जन्म नक्षत्र संगत राशि में शनि ग्रह होता है, तो उसे शनि की साढ़ेसाती का सामना करना पड़ता है. इस समय व्यक्ति को विभिन्न कठिनाइयों, संघर्षों, और परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जो उसकी जीवनशैली, कर्म, और संबंधों में परिवर्तन ला सकती हैं. शनि की साढ़ेसाती के दौरान, व्यक्ति को संयम, धैर्य, और सहनशीलता का परिचय होता है, और यदि वह धार्मिक और नैतिक मानकों का पालन करता है, तो इस दशा को पार किया जा सकता है.
शनि की साढ़ेसाती ज्योतिष शास्त्र में एक विशेष समय अवधि है जो कई लोगों के जीवन में कठिनाईयों का कारण बनती है. शनि साढ़ेसाती का काल सात और आधे साल तक चलता है, जब शनि ग्रह व्यक्ति के राशि और नक्षत्र के तीनों स्थानों को प्रभावित करता है.
इस समय अवधि में व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, आर्थिक तंगी, परिवार में विवाद, और यात्रा में अनियमितता.
शनि साढ़ेसाती के कुछ नुकसान
आर्थिक कठिनाई: इस अवधि में आर्थिक स्थिति में कमी हो सकती है और व्यक्ति को वित्तीय संकटों का सामना करना पड़ सकता है.
स्वास्थ्य समस्याएं: शनि साढ़ेसाती के दौरान व्यक्ति को स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
व्यक्तित्व में परिवर्तन: इस समय में व्यक्ति का व्यवहार और सोचने का तरीका भी परिवर्तित हो सकता है.
संबंधों में कठिनाई: शनि साढ़ेसाती के दौरान व्यक्ति के संबंधों में तनाव और कठिनाई हो सकती है.
इसलिए, शनि साढ़ेसाती के दौरान व्यक्ति को सतर्क रहना चाहिए और ध्यान रखना चाहिए कि वह अपने कार्यों में सतर्क और प्रेरित रहे.
शनि के साढ़ेसाती से बचने के लिए उपाय
शनि की पूजा: शनि के साढ़ेसाती के दौरान, शनिवार को शनि की पूजा और अर्घ्य करना उत्तम होता है. शनि के मंत्र का जाप और उसके प्रसाद का अन्नदान करना भी लाभकारी होता है.
दान: शनि के साढ़ेसाती से बचने के लिए धार्मिक कार्यों और दान करना महत्वपूर्ण होता है. शनिवार को तेल, उड़द की दाल, काला तिल, अनाज, और खाद्य पदार्थों का दान करना शुभ माना जाता है.
शनि के उपासना: शनि के साढ़ेसाती से बचने के लिए शनि की उपासना करना फायदेमंद होता है. शनि के लिए विशेष पूजा और व्रत करना शनि के दोष को दूर करने में सहायक होता है.
अनुष्ठान और हवन: शनि के साढ़ेसाती से बचने के लिए अनुष्ठान और हवन का आयोजन करना भी लाभकारी होता है. ये धार्मिक कार्यक्रम नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करने में सहायक होते हैं और शनि के प्रभाव को कम करते हैं.
शनि के साढ़ेसाती से बचने के लिए ये उपाय अधिकांश धार्मिक अनुष्ठानों पर आधारित हैं और उन्हें भक्ति और विश्वास के साथ किया जाना चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau