Moti Gemstone Benefits: जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा मजबूत स्थिति में नहीं होता उन्हें पंडित या ज्योतिष के जानकारी सफेद मोती धारण करने की सलाह देते हैं. चंद्र की स्थिति कुंडली में कमजोर होने के एकाग्रता पर असर पड़ता है. पढ़ाई-लिखाई करने में दिक्कत आती है और तरक्की के मार्ग भी रुक जाते हैं. इतना ही नहीं परिवार में तनाव की स्थिति भी बनती है और गुस्सा भी आना स्वाभाविक हो जाता है. ऐसे में आप अगर इस परेशानी का निवारण चाहते हैं तो आपको छोटी अंगुली में सफेद मोती पहनना चाहिए. तो आइए जानते हैं मोती कैसे पहनना चाहिए.
कैसा मोती धारण करें - चंद्र देव का रत्न मोती धारण करना चाहते है, तो 5 से 8 कैरेट के मोती को चांदी में पहनें.
मोती रत्न कब धारण करें - शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार को सूर्योदय के बाद पूजा करके धारण करना चाहिए
मोती कैसे धारण करें - चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करने के लिए मोती को हमेशा चांदी की अंगुठी में जड़वाकर ही पहनना चाहिए.
मोती धारण करने की विधि
- मोती को धारण करने से पहले उसकी अंगुठी बनवाकर उसे पंचामृत में पूजा से पहले भिगो दें और फिर पूजा करें.
- उसके बाद पांच अगरबत्ती चंद्रदेव के नाम जलाये और प्रार्थना करें कि हे चन्द्र देव अपना आशीर्वाद दें.
- चंद्रदेव से कहें आपका प्रतिनिधि रत्न, मोती धारण कर रहा हूं, कृपया आशीर्वाद प्रदान करें!
- अंगूठी को निकाल कर ॐ सों सोमाय नम: का 108 बारी जप करते हुए अंगूठी को अगरबत्ती के ऊपर से घुमाएं.
- मंत्र के पश्चात् अंगूठी को शिवजी के चरणों से लगाकर कनिष्ट अंगुली में धारण करे!
- मोती अपना प्रभाव 4 दिन में देना आरम्भ कर देता है, और लगभग 2 वर्ष तक इसका प्रभाव असर दिखा देता है.
- फिर ये आपके किसी काम का नहीं रह जाता. 2 साल के बाद नया मोती धारण करे!
- अच्छे प्रभाव प्राप्त करने के लिए साऊथ सी का 5 से 8 कैरेट का मोती धारण करे! बिना दाग का सफेद मोती ही धारण करें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)