Nag Panchami 2022 11 Rupay aur 12 Mantra: हिंदू धर्म में प्रमुख त्योहारों में से एक नाग पंचमी का पर्व 2 अगस्त 2022 को मंगलवार के दिन पड़ रहा है. इस दिन सर्प देवता की पूजा का विधान है. हिन्दू धर्म में सर्प को भगवान शिव के गले का आभूषण माना जाता है. इसलिए इस दिन नागों के देव महादेव की भी पूजा करना शुभ माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नाग पंचमी पर्व पर शिवलिंग पर अभिषेक, शिव सहस्त्रनाम स्रोत के पाठ और महामृत्युंजय मंत्र जाप का भी विधान है.
मान्यता है कि इस दिन जो व्यक्ति सच्चे मन से और विधिपूर्वक नाग देवता का पूजन और मंत्र जाप करता है उसके भीतर आध्यात्मिक शक्ति आती है और आर्थिक कष्ट दूर होते हैं. साथ ही ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक कुंडली में कालसर्प दोष और राहु-केतु ग्रहों से जुड़े दोषों से मुक्ति मिलने के साथ ही कुंडली के सभी ग्रह शांत होते हैं.
वहीं, मन्त्रों के अतिरिक्त हिंदू धर्म ग्रंथों में भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनकी असीम कृपा प्राप्त करने के लिए एक ऐसा उपाय बताया गया है जिसे सोमवार की रात में (Sawan Somvar Night Upay) करने का विधान है. इस बार सावन का तीसरा सोमवार नाग पंचमी के ठीक एक दिन पहले पड़ रहा है. ऐसे में नाग पंचमी की पहली वाली रात में यह उपाय करने से इसका पुण्य फल और कई गुना बढ़ जाएगा. मान्यता है कि यह उपाय करने से भगवान शिव अपने भक्तों की धन से जुड़ी सारी परेशानी दूर कर देते हैं.
तो आइए जानते हैं नाग पंचमी से एक रात पहले किये जाने वाले उपाय के बारे में और साथ ही नाग पंचमी की पूजा के बाद राशि अनुसार कौन से मंत्रों का जाप बहुत फलदायी माना गया है, इसके बारे में भी जानेंगे.
नाग पंचमी से एक रात पहले करें ये उपाय
- नाग पंचमी से ठीक एक रात पहले यानी कि सावन सोमवार की रात में भगवान शिव शंकर के किसी ऐसे मंदिर पर जाएं जहां पूजा करने के लिए लोगों का आवागमन कम हो तथा वह सूनसान स्थान पर स्थिति हो.
- रात में वहां जाकर मंदिर की सफाई करें. उसके बाद भगवान शिव के सामने देसी गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं. वहीँ पर बैठकर भगवान शिव के मंत्र (Shiv Mantra) 'ऊं नम: शिवाय' का कम से कम 108 बार जाप करें.
- इसके बाद उनके सम्मुख बहुत ही श्रद्धा भाव से अपनी मनोकामना बोलें और हरे रंग के कपड़े में मात्र 11 रुपए बांधकर शिव जी के सामने रख दें. मान्यता है कि ऐसा करने से गरीब से गरीब इंसान भी मालामाल बन सकता है.
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नाग पंचमी की पूजा के बाद राशि अनुसार मंत्रो का जाप
मेष राशि- ॐ वासुकेय नमः
वृष राशि- ॐ शुलिने नमः
मिथुन राशि- ॐ सर्पाय नमः
कर्क राशि- ॐ अनन्ताय नमः,
सिंह राशि- ॐ कर्कोटकाय नमः
कन्या राशि- ॐ कम्बलाय नमः
तुला राशि- ॐ शंखपालय नमः
वृश्चिक राशि- ॐ तक्षकाय नमः
धनु राशि- ॐ पृथ्वीधराय नमः
मकर राशि- ॐ नागाय नमः
कुंभ राशि- ॐ कुलीशाय नमः
मीन राशि- ॐ अश्वतराय नमः