Nag Panchami 2024: सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनायी जाती है. इस दिन नाग देवता (सर्प) की पूजा की जाती है. नाग पंचमी का दिन उन सभी सर्पों को समर्पित किया जाता है जिन्होंने धरती पर आकर अपना वास्तविक रूप त्याग दिया है और अपने शापों से मनुष्यों को बचाया है. ये त्योहार हर साल हरियाली तीज के दो दिन बात आता है. नागों को अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. माना जाता है कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. भगवान शिव को नागों का स्वामी माना जाता है. वेदों, पुराणों, रामायण, महाभारत और अन्य धार्मिक ग्रंथों में भी नागों का उल्लेख मिलता है. हिन्दू पौराणिक कथाओं में सर्पों को देवता के समान माना गया है. इस दिन लोग नाग देवता का आशीर्वाद पाने के लिए व्रत और पूजा करते हैं और अन्न, दूध, घी, मिठाई आदि से उनकी पूजा करते हैं. विशेष रूप से योगी और नागराज परिवार के लोग इस दिन अपनी सर्प सम्बंधी पूजा अदा करते हैं. इस दिन कई मंदिरों में भी नाग पंचमी का उत्सव मनाया जाता है और लोग सर्पनागों की मूर्तियों को दूध, घी और फूल चढ़ाते हैं. यह त्योहार हिन्दू समाज में समृद्धि और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है.
साल 2024 में कब है नाग पंचमी (Nag Panchami 2024 Date)
पञ्चमी तिथि प्रारम्भ - अगस्त 09, 2024 को 12:36 ए एम बजे
पञ्चमी तिथि समाप्त - अगस्त 10, 2024 को 03:14 ए एम बजे
उदया तिथि के अनुसार, नाग पञ्चमी शुक्रवार, अगस्त 9, 2024 को मनायी जाएगी. लेकिन ध्यान रखें कि गुजरात में नाग पञ्चम शनिवार, अगस्त 24, 2024 को मनायी जाएगी.
नाग पञ्चमी पूजा मूहूर्त - 05:47 ए एम से 08:27 ए एम
अवधि - 02 घण्टे 40 मिनट की है.
नाग पंचमी क्यों मनायी जाती है (Why we Celebrate Nag panchami)
नाग पंचमी मनाने के पीछे कई धार्मिक और सांस्कृतिक कारण हैं. ऐसा कहा जाता है कि कृषि के लिए सर्प अत्यंत लाभकारी होते हैं क्योंकि वे चूहों और अन्य कीटों को नियंत्रित करते हैं. नाग पंचमी के माध्यम से लोग सर्पों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं. मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस दिन व्रत रखने और दान करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है. नागों को अमरत्व का प्रतीक माना जाता है. समुद्र मंथन के दौरान अमृत प्राप्ति के लिए देवताओं और असुरों के बीच हुए संघर्ष में नागों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. नाग पंचमी के दिन उनकी पूजा करने से अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau