Naag Panchami 2019: आज भारत में नाग पंचमी का पवित्र त्यौहार है. इस दिन नागों की पूजा का महत्व बताया गया है. भारत वर्ष में हर साल श्रावण महीने की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है. इस दिन कजली बोने की भी परंपरा भी है. उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में आज के दिन दंगल का आयोजन भी किया जाता है. ज्योतिषियों की मानें तो इस नाग पंचमी को दुर्लभ संयोग बन रहा है.
नाग पंचमी पूजा का मुहूर्त
नाग पंचमी चार अगस्त को रात 11 बजकर 2 मिनट से लग रही है जो पांच अगस्त को रात 8.40 तक बनी रहेगी. केवल राहुकाल को छोड़ दिया जाए जो कि सुबह 7.42 (AM) से लगकर 9.20 (AM) तक रहेगा, इसके बाद या इसके पहले नागपंचमी की पूजा करना शुभ रहेगा. राहुकाल में कोई भी शुभ काम करना शास्त्रों में वर्जित माना गया है.
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पूजा विधान
इस दिन सर्पों खासतौर पर पौराणिक कथाओं में वर्णित नाग देवताओं की पूजा करने का प्रचलन, उत्तर मध्य भारत में हिन्दू धर्म के लोग मुख्य रूप से नाग पंचमी का त्यौहार मनाने की प्रथा है. इस दिन नागों के राजा शेषनाग की विशेष रुप से पूजा की जाती है. शास्त्रों के अनुसार नाग 12 प्रकार के होते हैं. इनमें अनंत, वासुकी, शेष, पद्म, कंबल, करकोटक, उच्चतर, धृतराष्ट्र, शंखपाद, कालिया, तक्षक और पिंगल शामिल हैं. आज के दिन सभी नागों का पंचोपचार या षोडशोपचार पूजन का विधान है.
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पौराणिक दृष्टि से नाग पूजा का संबंध महाभारत काल से माना जाता है. वैसे तो हिंदी के बारहों मासों के शुक्ल पक्ष में हर पंचमी को एक नाग के पूजन का विधान है लेकिन नाग पंचमी को विधिवत नागों की पूजा से सभी तरह के नाग देवता प्रसन्न होते हैं. आज के दिन घर की प्रमुख दीवारों पर नागों की तस्वीर चिपकाकर, उनका षोडशोपचार पूजन करना चाहिए. इस दिन नागों को दूध, लावा, खीर इत्यादि खिलाना या चढ़ाना चाहिए.
HIGHLIGHTS
- नाग पंचमी का त्यौहार आज.
- आज के दिन शास्त्रों में नागों की पूजा का है विधान.
- जानिए कब है पूजा का मुहूर्त और कैसे करनी है पूजा.
Source : News Nation Bureau