Narmada Jayanti 2024: नर्मदा नदी, भारतीय संस्कृति में एक प्रमुख स्थान धारण करती है, और इसे गंगा की तरह ही एक पवित्र नदी माना जाता है. हिंदू धर्म में नर्मदा को बहुत आदर्शनीय माना जाता है, और उसकी जयंती को प्रतिष्ठित उत्सवों में गिना जाता है. यह उत्सव हर साल माघ शुक्लपक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है, जब मां नर्मदा का जन्म हुआ था. नर्वदा जयंती,(Narmada Jayanti 2024) जिसे नर्मदा जन्मोत्सव भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है जो भारतीय राज्य मध्य प्रदेश में मनाया जाता है. यह त्योहार माता नर्मदा के जन्मदिन की स्मृति में होता है और लोग इसे भक्ति भावना के साथ मनाते हैं. माता नर्मदा को गंगा, यमुना, सरस्वती, गोदावरी, और कावेरी के साथ मिलकर पाँच पवित्र नदियों में गिना जाता है. नर्वदा जयंती के दिन भक्तों ने पूजा-अर्चना, आरती, भजन गायन और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करके माता नर्मदा की कृपा और आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करते हैं. इस दिन कई स्थानों पर विशेष पूजा-अर्चना एवं रथयात्रा की भी परंपरा है. नर्मदा जयंती को भारतीय समाज में महत्वपूर्ण रूप से माना जाता है और लोग इसे धार्मिक एवं सांस्कृतिक ऊर्जा के साथ बड़े श्रद्धाभाव से मनाते हैं.
नर्मदा जयंती का महत्व
नर्मदा जयंती के दिन लोग नदी में स्नान करते हैं और मां नर्मदा की पूजा करते हैं. इस दिन को मां नर्मदा का जन्म दिवस माना जाता है, और इस दिन उनकी कृपा को प्राप्त करने का अवसर होता है. नर्मदा जयंती को मनाने से लोगों को स्वास्थ्य, धन, सुख- समृद्धि की प्राप्ति होती है. इस उत्सव में भक्त नर्मदा नदी में डूबकी लगाते हैं और नदी को पुण्यता का अद्भुत अनुभव करते हैं.
नर्मदा नदी में स्नान के लाभ
नर्मदा नदी में स्नान करने से व्यक्ति के सारे पाप धुल जाते हैं और वह पुण्यफल की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि नाग राजाओं ने मिलकर मां नर्मदा को यह वरदान दिया कि जो भी नर्मदा नदी में स्नान करेगा, उसके सार पाप खत्म हो जाएंगे और वह मोक्ष को प्राप्त करेगा.
नर्मदा जयंती (Narmada Jayanti 2024) के दिन नर्मदा नदी में स्नान के बाद पूजा-पाठ करना फलदायी माना जाता है, और इस दिन को ध्यान से और श्रद्धापूर्वक मनाने से व्यक्ति को धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है.
इस नर्मदा जयंती को आप सभी को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत-बहुत शुभकामनाएं. इस अवसर पर मां नर्मदा की कृपा आप सभी पर सदैव बनी रहे.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau