26 सितंबर 2014 को प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भाग लेने अमेरिकी यात्रा पर गए थे. उनके जाने से एक दिन पहले ही शारदीय नवरात्रि (Sharadiya Navratri) शुरू हो चुकी थी और पीएम नरेंद्र मोदी हर बार की तरह उस बार भी पूरी नवरात्रि व्रत पर थे. अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा (Barak Obama) ने 30 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी के सम्मान में व्हाइट हाउस (White House) में रात्रि भोज दिया, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने वहां केवल गुनगुना पानी पीया था. विदेशी मीडिया (Foreign Media) में पीएम नरेंद्र मोदी के व्रत का खूब डंका बजा था. खुद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा आश्चर्यचकित थे कि कैसे एक आदमी नौ दिन केवल नींबू पानी और फल के सहारे इतने सारे महत्वपूर्ण काम निपटा रहा है. बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी चैत्र और शारदीय दोनों ही नवरात्रि पर व्रत रखते हैं.
विदेशी मीडिया रह गया था हैरान
2014 में अमेरिकी दौरे पर व्रत को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी विदेशी मीडिया की सुर्खियां बन गए थे. तब अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा था, भारत के नए प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ डिनर में केवल गर्म पानी पीया, जबकि अन्य मेहमानों ने बकरी के दूध का पनीर, एवाकाडो और शिमला मिर्च, बासमती चावल के साथ क्रिस्प हेलिबट (एक प्रकार की मछली) और मैंगो क्रीम ब्रुली (खाने के बाद की मीठी डिश ) का आनंद लिया था.
वॉल स्ट्रीट जनरल ने लिखा, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में आयोजित भोज में कोई उलझन ही नहीं हुई, क्योंकि उन्होंने कुछ खाया ही नहीं. जबकि किसी शासनाध्यक्ष के लिए ऐसे आयोजनों की तैयारी में महीनों लग जाते हैं. मेहमानों के बारे में तमाम जानकारियों का आदान-प्रदान होता है.
ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने एक दिन पहले लिखा, अमेरिकी उपराष्ट्रपति बिडेन के साथ लंच और राष्ट्रपति ओबामा के साथ डिनर बेहद किफायती होगा, क्योंकि धर्मनिष्ठ हिन्दू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवरात्रि के उपवास पर रहेंगे.
पीएम नरेंद्र मोदी की व्रत में दिनचर्या
- दिन में केवल एक बार फल खाते हैं और शाम को नींबू पानी पीते हैं.
- हमेशा की तरह पीएम नरेंद्र मोदी रोजाना सुबह योग और ध्यान करते हैं.
- व्यस्त दिनचर्या के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह पूजा जरूर करते हैं.
- अपने उपवास को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी अधिक चर्चा करना पसंद नहीं करते. 2012 में उन्होंने जरूर नवरात्रि के व्रत के बारे में एक ब्लॉग लिखा था.
- विजयादशमी पर वे शस्त्रपूजन में भी हिस्सा लेते रहे हैं.
नवरात्रि के व्रत में पीएम नरेंद्र मोदी ने निपटाए ये काम
पिछले साल लोकसभा चुनाव चैत्र नवरात्रि के दौरान पड़ा था. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी हजारों किलोमीटर का हवाई सफर करके चुनाव प्रचार में करते रहे. प्रचंड गर्मी में भी नरेंद्र मोदी केवल नींबू-पानी पीते थे.
यही हाल असम विधानसभा के चुनाव प्रचार के समय था. नरेंद्र मोदी ने 2015 में नवरात्रि के पहले ही दिन असम के कामाख्या देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की और राज्य विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार की शुरुआत की थी. लोकसभा से जिस समय जीएसटी बिल पारित हुआ, उस समय भी नवरात्रि चल रही थी और पीएम नरेंद्र मोदी उपवास पर थे.
Source : News Nation Bureau