Chandra Grahan 2024: ग्रहण काल में जन्मे बच्चों की कुंडली में कुछ विशेष योग बनते हैं, जिन्हें ज्योतिष में "ग्रहण दोष" कहा जाता है. ग्रहण के समय जन्म लेने वाले बच्चों की कुंडली में कुछ दोष हो सकते हैं. यह दोष किसी भी ग्रहण के समय जन्मे बच्चे की कुंडली में विभिन्न ग्रहों की दशाओं और योगों के प्रभाव के आधार पर निर्भर करते हैं. कुंडली में इन दोषों के कारण बच्चे को विभिन्न संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याएं, विवाह संबंधी समस्याएं, करियर सम्बंधी समस्याएं, आदि. इन दोषों के उपाय के लिए ज्योतिषीय उपाय अपनाये जाते हैं, जिनमें मंत्र, यंत्र, रत्न, यज्ञ, और पूजा-अर्चना आदि शामिल हो सकते हैं. ये उपाय विशेषज्ञ ज्योतिषी के मार्गदर्शन में किए जाते हैं ताकि बच्चे को संघर्षों से निपटने में सहायता मिल सके. यह माना जाता है कि ये दोष बच्चे के जीवन में कुछ नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं.
ग्रहण दोष के कुछ सामान्य प्रभाव:
स्वास्थ्य समस्याएं: ग्रहण दोष वाले बच्चों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
शिक्षा में बाधा: ग्रहण दोष वाले बच्चों को शिक्षा में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है.
व्यक्तिगत जीवन में परेशानी: ग्रहण दोष वाले बच्चों को अपने व्यक्तिगत जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
व्यावसायिक जीवन में परेशानी: ग्रहण दोष वाले बच्चों को अपने व्यावसायिक जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
ग्रहण दोष को कम करने के उपाय:
दान: ग्रहण दोष को कम करने के लिए दान करना एक अच्छा उपाय है.
जप: ग्रहण दोष को कम करने के लिए जप करना एक अच्छा उपाय है.
यज्ञ: ग्रहण दोष को कम करने के लिए यज्ञ करना एक अच्छा उपाय है.
रत्न: ग्रहण दोष को कम करने के लिए रत्न धारण करना एक अच्छा उपाय है.
ग्रहण दोष हमेशा नकारात्मक प्रभाव नहीं डालता है. कुछ मामलों में, यह सकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है. यह सब बच्चे की कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है. अगरका बच्चा ग्रहण काल में जन्मा है, तो आपको ज्योतिषी से सलाह लेनी चाहिए. ज्योतिषी आपके बच्चे की कुंडली का अध्ययन करके आपको बता सकते हैं कि ग्रहण दोष का आपके बच्चे पर क्या प्रभाव पड़ेगा और इसे कम करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau