Hanuman Ji Bhog: हनुमान जी की प्रिय वस्तुएं उनकी भक्ति और सेवा में समर्पित हैं. उनका प्रिय मन्त्र "श्री राम जय राम जय जय राम" है, जिसे वह नित्य रूप से रात्रि में जापते हैं. हनुमान जी को तुलसी पत्र, शेष फूल, बंसी, गदा, गदा धारी होने का दर्जा आता है. उनकी प्रतिमा, विशेषकर पंचमुखी हनुमान की, भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है. हनुमान चालीसा और सुन्दरकाण्ड का पाठ भी उनके पूजन में उपयुक्त हैं. वह राम भक्त होकर अपनी अद्भुत भक्ति और समर्पण के लिए जाने जाते हैं.
बूंदी के लड्डू: उड़द दाल से बनी देसी घी की बूंदी या बूंदी के लड्डू हनुमान जी को अत्यंत प्रिय हैं. यह भगवान राम के प्रति हनुमान जी की अनन्य भक्ति का प्रतीक माना जाता है.
सिंदूर: चमेली के तेल में मिलाकर सिंदूर हनुमान जी को चढ़ाना शुभ माना जाता है. सिंदूर को ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक माना जाता है, जो हनुमान जी के शक्तिशाली चरित्र का प्रतीक है.
पान का बीड़ा: किसी बड़े काम में सफलता पाने के लिए हनुमान जी को पान का बीड़ा भोग स्वरूप अर्पित करें. पान को बुद्धि और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है, जो हनुमान जी की बुद्धि और चातुर्य का प्रतीक है.\
इमरती या जलेबी: इमरती या जलेबी भी हनुमान जी को प्रिय भोग हैं. इनकी मिठास हनुमान जी के मधुर स्वभाव का प्रतीक है.
केसरिया भात: केसरिया भात भी हनुमान जी को प्रिय भोग है. यह भगवान राम के प्रति हनुमान जी की समर्पण और भक्ति का प्रतीक माना जाता है.
फल: मौसमी फल भी हनुमान जी को अर्पित किए जा सकते हैं. फल प्रकृति का प्रतीक हैं, जो हनुमान जी के प्रकृति के प्रति प्रेम का प्रतीक है.
फूल
लाल गुलाब: लाल गुलाब हनुमान जी को प्रिय फूल है. यह प्रेम और भक्ति का प्रतीक है, जो हनुमान जी के भगवान राम के प्रति प्रेम का प्रतीक है.
चमेली: चमेली के फूल भी हनुमान जी को प्रिय हैं. ये पवित्रता और सुगंध का प्रतीक हैं, जो हनुमान जी के पवित्र चरित्र का प्रतीक है.
गेंदा: गेंदा के फूल भी हनुमान जी को अर्पित किए जा सकते हैं. ये उत्साह और उमंग का प्रतीक हैं, जो हनुमान जी के उत्साही और ऊर्जावान चरित्र का प्रतीक है.
अन्य
तुलसी: तुलसी की माला चढ़ाना हनुमान जी को प्रसन्न करता है. तुलसी को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है, जो हनुमान जी के पवित्र चरित्र का प्रतीक है.
राम नाम: हनुमान जी को राम नाम का जाप अत्यंत प्रिय है. राम नाम भगवान राम की शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है, जो हनुमान जी के शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है.
दीप: हनुमान जी को दीपदान करना भी शुभ माना जाता है. दीप ज्ञान और प्रकाश का प्रतीक है, जो हनुमान जी के ज्ञान और प्रकाश का प्रतीक है.
चंदन: लाल चंदन में केसर मिलाकर हनुमान जी को चढ़ाना शुभ माना जाता है. चंदन शीतलता और सुगंध का प्रतीक है, जो हनुमान जी के शांत और सुगंधित चरित्र का प्रतीक है.
यह भी ध्यान रखें:
हनुमान जी को मांस, मदिरा, और तामसिक भोग नहीं अर्पित किए जाते हैं.
हनुमान जी को भोग लगाते समय मन में कोई भी गलत विचार नहीं होना चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau