Palmistry: हस्तरेखा शास्त्र में, कुछ लकीरें और निशान होते हैं जिन्हें अमीर बनाने वाली लकीरें माना जाता है. अमीर वाला हस्तरेखा शास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है जो धन, संपत्ति और आर्थिक समृद्धि के विषय में जानकारी प्रदान करता है. हस्तरेखा शास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है जो हाथ की रेखाओं और चिह्नों का अध्ययन करके भविष्यवाणी करता है. यह शास्त्र विभिन्न पारंपरिक व ज्योतिषीय प्रणालियों में प्रयोग किया जाता है. हाथ की रेखाएं व्यक्ति के जीवन, स्वभाव, और भविष्य के बारे में जानकारी प्रदान करती हैं. इसमें हाथ की रेखाओं, चिह्नों, और उंगलियों के आकार का विश्लेषण किया जाता है. हस्तरेखा शास्त्र में कई रेखाएं होती हैं जैसे की जीवन रेखा, मनी रेखा, शिक्षा रेखा, और भाग्य रेखा. इन रेखाओं के आधार पर हस्तरेखा विशेषज्ञ व्यक्ति के जीवन के अलग-अलग पहलुओं, संघर्षों, और संतोषों के बारे में अनुमान लगाते हैं. वे यह भी देखते हैं कि किस प्रकार के चिन्ह और रेखाएं हाथ पर उपस्थित हैं और उनका क्या मतलब होता है. हस्तरेखा शास्त्र का प्रयोग अक्सर ज्योतिष, तंत्र, और वैदिक अध्ययनों में किया जाता है, लेकिन यह एक विवादास्पद विषय भी है. कुछ लोग इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से मानते हैं, जबकि कुछ इसे अज्ञात और अर्थहीन मानते हैं.
ये लकीरें और निशान हैं:
1. धन रेखा (Money Line): यह रेखा हथेली के बुध पर्वत (Mercury Mount) से शुरू होकर गुरु पर्वत (Jupiter Mount) तक जाती है. यह रेखा धन, समृद्धि और भौतिक सुखों का प्रतीक है.
2. भाग्य रेखा (Fate Line): यह रेखा हथेली के मणिबंध (Wrist) से शुरू होकर शनि पर्वत (Saturn Mount) तक जाती है. यह रेखा व्यक्ति के भाग्य और जीवन में होने वाली घटनाओं का प्रतीक है.
3. सूर्य रेखा (Sun Line): यह रेखा हथेली के सूर्य पर्वत (Sun Mount) से शुरू होकर मणिबंध तक जाती है. यह रेखा सफलता, प्रसिद्धि और सम्मान का प्रतीक है.
4. गुरु रेखा (Jupiter Line): यह रेखा हथेली के गुरु पर्वत (Jupiter Mount) से शुरू होकर मणिबंध तक जाती है. यह रेखा ज्ञान, धर्म और शिक्षा का प्रतीक है.
5. बुध रेखा (Mercury Line): यह रेखा हथेली के बुध पर्वत (Mercury Mount) से शुरू होकर मणिबंध तक जाती है. यह रेखा बुद्धि, व्यवसाय और संचार का प्रतीक है.
6. शनि रेखा (Saturn Line): यह रेखा हथेली के शनि पर्वत (Saturn Mount) से शुरू होकर मणिबंध तक जाती है. यह रेखा कर्म, अनुशासन और परिश्रम का प्रतीक है.
7. शुक्र रेखा (Venus Line): यह रेखा हथेली के शुक्र पर्वत (Venus Mount) से शुरू होकर मणिबंध तक जाती है. यह रेखा प्रेम, सौंदर्य और कला का प्रतीक है.
8. मंगल रेखा (Mars Line): यह रेखा हथेली के मंगल पर्वत (Mars Mount) से शुरू होकर मणिबंध तक जाती है. यह रेखा साहस, ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक है.
इन लकीरों और निशानों की उपस्थिति हमेशा धन और समृद्धि की गारंटी नहीं देती है. व्यक्ति के कर्म और प्रयास भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. हस्तरेखा शास्त्र एक जटिल विषय है और इन लकीरों और निशानों का सही अर्थ जानने के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना सबसे अच्छा है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau