Advertisment

Paush Putrada Ekadashi 2023: इस दिन बनने जा रहा है 3 शुभ योग, करें संतान प्राप्ति के लिए ये व्रत

हिंदू धर्म में हर एकादशी का एक अलग महत्व है

author-image
Aarya Pandey
New Update
Paush Putrada Ekadashi 2023

Paush Putrada Ekadashi 2023( Photo Credit : Social Media )

Advertisment

Paush Putrada Ekadashi 2023: हिंदू धर्म में हर एकादशी का एक अलग महत्व है. जिसमें से एक पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत है. ये व्रत खासकर संतान प्राप्ति के लिए रखी जाती है. इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत करने से पुत्र की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को इस व्रत का महत्व बताया था.वहीं इस साल पौष पुत्रदा एकादशी पर तीन बड़े ही शुभ योग बन रहे हैं, जैसे कि साध्य योग, रवि योग और शुभ योग. तो आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि पौष पुत्रदा एकादशी कब है, कौन से तीन शुभ योग बन रहे हैं,किस विधि से पूजा पाठ करना होता है शुभ.

ये भी पढ़ें-New Year 2023: नए साल के पहले दिन करें ये काम, खुशियों की होगी बरकत

पौष पुत्रदा एकादशी शुभ तिथि
पौष माह के शुक्ल पक्ष का एकादशी तिथि दिनांक 1 जनवरी 2023 दिन रविवार को शाम 07:11 मिनट से लेकर अगले दिन दिनांक 2 जनवरी 2023 दिन सोमवार को रात 08:23 मिनट तक रहेगा. 
वहीं इस एकादशी का पारण दिनांक 03 जनवरी 2023 दिन मंगलवार को सुबह 07:14 से लेकर सुबह 09:19 मिनट तक रहेगा. 

इस दिन बन रहा है तीन शुभ योग 
-पौष पुत्रदा एकादशी दिनांक 02 जनवरी 2023 को तीन शुभ योग बन रहा है. रवि योग,शुभ योग और साध्य योग.
रवि योग की बात करें, तो यह योग सुबह 07:14 मिनट से शुरु होकर दोपहर 02:24 मिनट तक रहेगा. इस दिन सूर्य का प्रभाव ज्यादा होता है, इसलिए इस दिन अशुभ प्रभाव कम पड़ता है. इस योग में आप कोई भी शुभ काम करने जा रहा हैं, तो आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी. 

-साध्य योग दिनांक 02 जनवरी 2023 को सुबह 04:30 मिनट से शुरु होकर अगले दिन सुबह 06:53 मिनट तक रहेगा. इस योग में अगर आप कोई विद्या सीखना चाहते हैं, तो आपको उसमें सफलता प्राप्त होगी. 

-शुभ योग दिनांक 02 जनवरी 2023 को सुबह 06:53 मिनट से शुरु होकर 07:50 तक रहेगा. इस योग में शुभ कार्य करने से यश और कीर्ति की प्राप्ति होती है. 

-पौष पुत्रदा एकादशी के दिन भद्रा भी रहेगा और ये भद्रा सुबह 07:43 मिनट से लेकर रात 08:23 तक रहेगा. भद्रा वैसे तो अशुभ माना जाता है. इस दौरान कोई मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है. भद्रा काल में पूजा-पाठ,मंत्र जाप आप कर सकते हैं.इसमें कोई मनाही नहीं है. 

news-nation news nation videos न्यूज़ नेशन news nation live tv यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023
Advertisment
Advertisment
Advertisment