Paush Putrada Ekadashi 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार पौष माह की पुत्रदा एकादशी दिनांक 02 जनवरी 2022 दिन सोमवार यानी की आज है. नए साल का ये पहला एकादशी है. इस दिन जो व्यक्ति भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करता है और व्रत रखता है. उन्हें मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है. पौराणिक कथा के अनुसार, सुकेतुमान नामक राजा ने ऋषि मुनियों के बताए गए व्रत और विधि के अनुसार पुत्रदा एकादशी के दिन पूजा-अर्चना किया था. जिनके परिणाम में उनको पुत्र प्राप्ति हुई थी और मृत्यु के बाद मोक्ष मिला था. वहीं महाभारत काल में भगवान श्रीकृष्ण ने पुत्रदा एकादशी के बारे में युधिष्ठिर को विस्तार से बताया था. तो ऐसे में आइए जानते हैं, कि पुत्रदा एकादशी का शुभ मुहूर्त क्या है, पूजा विधि क्या है, इस दिन कौन से शुभ योग बनने जा रहा है?
क्या है पुत्रदा एकादशी का व्रत शुभ मुहूर्त
पौष माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को दिनांक 02 जनवरी 2023 दिन सोमवार को रात 08:23 तक रहेगा. आज तीन शुभ योग बनने जा रहा है. साध्य योग, शुभ योग, रवि योग.
साध्य योग दिनांक 02 जनवरी 2023 को सुबह 5 बजकर 14 मिनट से लेकर अगले दिन दिनांक 03 जनवरी 2023 को सुबह 06:53 मिनट तक रहेगा.
शुभ योग दिनांक 03 जनवरी 2023 को सुबह 06:53 से पूरे दिन रहेगा.
रवि योग दिनांक दिनांक 02 जनवरी 2023 को सुबह 07: 14 मिनट से लेकर दोपहर 02: 24 मिनट तक रहेगा.
पुत्रदा एकादशी का व्रत पारण दिनांक 03 जनवरी 2023 को सुबह 07:14 से लेकर सुबह 09:19 मिनट तक रहेगा.
पुत्रदा एकादशी का समापन दिनांक 03 जनवरी 2023 रात 10: 01 पर समाप्त होगा.
पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत और पूजा विधि क्या है?
1.जो दंपत्ति पुत्र प्राप्ति के लिए कामना कर रहे हैं, उन्हें ये व्रत जरूर रखनी चाहिए. इस दिन सुबह स्नान करने बाद सूर्य देवता को अर्घ्य दें और पुत्रदा पुत्रदा एकादशी का व्रत संकल्प कर, पूजा करें.
2.आज आप फलहार व्रत रख सकते हैं, शुभ मुहूर्त के अनुसार भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित करें और उन्हें पंचामृत से स्नान कराएं. इस दिन खास तौर से पीला वस्त्र जरूर पहनें.
3.आज आप भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें चंदन, अक्षत, तुलसी के पत्ते, फल, दीप अर्पित कर उनकी पूजा करें. पूजा के दौरान ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 21 बार जाप करें.
4.पूजा के दौरान विष्णु चालीसा और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें और उनकी विधिवत आरती करें.
5.भगवान नारायण के पुत्र प्राप्ति के लिए आशीर्वाद मांगे.
ये भी पढ़ें-Paush Putrada Ekadashi 2023: इस दिन बनने जा रहा है 3 शुभ योग, करें संतान प्राप्ति के लिए ये व्रत
6.रात में भगवत जागरण करना बेहद शुभ माना जाता है, इससे भगवान विष्णु बेहद प्रसन्न होते हैं. ब्राह्मणों को दान-दक्षिणा दें.