Pitra Dosh Upay 2023 : पितृपक्ष का बहुत ही खास महत्व है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि पूर्वज अपने वंश को आशीर्वाद देने के लिए पृथ्वी पर आते हैं. इस दिन पूर्वजों की मुक्ति के लिए और उनकी आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध किया जाता है. इस दिन पितरों के नाम से दान, धर्म, पुण्य और पिंडदान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. ऐसी मान्यता है कि अगर आपसे पितृ नाराज हो जाए, तो घर में कलह-कलेश की उत्पन्न होने लग जाता है. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में पितृ दोष के लक्ष्ण के बारे में बताएंगे.
ये भी पढ़ें - Shani Jayanti 2023 : शनि जयंती के दिन इन 5 राशि वालों को होगा जबरदस्त लाभ, पैसों की तंगी होगी दूर
पितृ दोष के ये हैं लक्ष्ण
1. घर में कलह-कलेश की स्थिति पैदा होना
अगर बिना किसी कारण के कलह-कलेश की स्थिति पैदा होती रहती है, तो ये पितृदोष के कारण ही होता है. इसलिए अगर आप पितृ दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो अपरा एकादशी के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजीा करें और पशु-पक्षी को खाना खिलाएं.
2. पितरों के नाराज होने से स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां होने लग जाती है. परिवार का सदस्य कोई ना कोई बीमार पड़ते रहता है. यही पितृदोष का सबसे बड़ा कारण है.
3. अगर आप किसी काम के लिए जा रहे हैं, तो अचानक आपके काम में बेवजह रुकावटें आती रहती है. ये पितृदोष के कारण ही होता है. आपके बनते हुए अचानक बिगड़ने लग जाते हैं. ये भी पितृ दोष के कारण ही होता है. इसलिए इस दिन उनकी शांति के लिए पूजा-पाठ करवाएं.
4. पितृदोष होने के कारण संतान संबंधित समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है.
5. परिवार में कोई सदस्य अविवाहित है
अगर आपके परिवार में किसी सदस्या के विवाह में अड़चनें आती है, तो ये पितृदोष के कारण ही होता है. पितृदोष होने के कारण कोई सदस्य अविवाहित रह जाते हैं या फिर शादी टूट जाती है, तो ये भी पितृदेष के कारण ही होता है.