भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं, उन्हें हर लोक में पूजा जाता है. उनकी आध्यात्मिक और लौकिक शक्तियां विश्वभर का कल्याण करती हैं. उन्हें हिंदू धर्म का प्रतीक चिन्ह के तौर पर देखा जाता है. जन-जन में उनकी भक्ति और उनके प्रति श्रद्धा अपरंपार है. न सिर्फ देश, बल्कि दुनियाभर में राम भक्त बड़ी तादात में मौजूद हैं, जो उनके अनुयायी भी हैं. ऐसे में हम इस खबर में आपको प्रभु श्री राम की ऐसी प्रमुख शक्तियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके माध्यम से वे धर्म, न्याय, भक्ति और सामर्थ्य के प्रति लोगों को प्रेरित करते हैं...
धैर्य (Patience): भगवान राम को धैर्य का प्रतीक माना जाता है. उन्होंने अपने जीवन में कई कठिनाईयों का सामना किया, लेकिन उन्होंने हमेशा धैर्य बनाए रखा और धर्म के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में कभी नहीं हारा.
शक्तिशाली (Powerful): भगवान राम को शक्तिशाली और दैवीय शक्तियों से सम्बंधित माना जाता है. उन्होंने भगवान शिव की आशीर्वाद से शिवधनुष का उपयोग करके सीता हरण करने वाले राक्षस रावण को परास्त किया था.
न्यायप्रिय (Just): भगवान राम को न्यायप्रियता का प्रतीक माना जाता है. उन्होंने अपने राजा के रूप में न्याय और धर्म का पालन करते हुए अपने प्रजा को न्यायपूर्ण शासन किया.
भक्ति (Devotion): भगवान राम की भक्ति और प्रेम की भावना उनके चरित्र में प्रधान है. उन्होंने अपने गुरु वशिष्ठ जी की उपदेशों का पालन करते हुए भगवान विष्णु की पूजा की और अपने भक्तों को धार्मिक शिक्षा दी.
सामर्थ्य (Strength): भगवान राम को सामर्थ्य और बल का संकेत माना जाता है. उन्होंने अपनी बड़ी सेना के साथ लंका जाकर राक्षस रावण का सम्हार किया और सीता को मुक्त किया.
त्याग (Sacrifice): भगवान राम ने अपनी राजा की पदवी को त्यागकर अपने पिता दशरथ की वचनबद्धता का पालन किया. उन्होंने आपने बंधु भाई लक्ष्मण और सुग्रीव के साथ मित्रता का आदान-प्रदान किया और धर्म के लिए अपने प्रियतमा सीता को त्याग दिया.
Source : News Nation Bureau