Premanand Ji Maharaj: मृत्यु एक कड़वी सच्चाई है. जो भी जीव इस धरती पर आया है, उसे एक दिन जाना ही है. इसलिए हमें सदैव अच्छे कर्म करते रहना चाहिए. जो व्यक्ति दूसरों का भला करता है और हमेशा धर्म के मार्ग पर चलकर अपना जीवन जीता है, उसका जीवन सफल हो जाता है. उसे कभी भी अकाल मृत्यु नहीं होती. जो भी व्यक्ति बुरे कर्म करता है और अधर्म का साथ अपनाता है, उसे काफी कष्ट झेलने पड़ते है और अकाल मृत्यु का सामना करना पड़ता है. अकाल मृत्यु से मरने वाले व्यक्ति की आत्मा को कभी शांति नहीं मिलती. ऐसे में आइए जानते हैं प्रेमानंद महाराज जी के अनुसार ऐसे कौन से कार्य हैं, जिससे व्यक्ति की आयु कम होती है और अकाल मृत्यु आती है.
1. धार्मिक स्थानों पर पाप करना
प्रेमानंद महाराज जी कहते हैं की धार्मिक स्थानों पर भगवान की शक्ति वास करती है. इसलिए इन स्थानों पर हमेशा मर्यादा बनाई रखनी चाहिए. जो व्यक्ति पवित्र स्थानों पर जाकर पाप करता है और उन स्थानों को दूषित करता है. ऐसा व्यक्ति कभी सुखी जीवन नहीं जी सकता है. इसलिए हमेशा धर्म का मार्ग चुनें.
2. सूर्यदेव का अपमान
सूर्य को भगवान का दर्जा दिया गया है. पूरे विश्व को रोशन करने वाले सूर्यदेव व्यक्ति की जिंदगी से तम को दूर करते हैं. इसलिए सूर्यदेव की हमेशा पूजा करनी चाहिए. लेकिन जो व्यक्ति सूर्य का अपमान करता है और सूर्य की ओर देखकर थूकता है या गंदे कार्य करता है. ऐसे लोगों की अकाल मृत्यु होती है.
3. दूसरों का हक खाना
दूसरों का हक खाकर अपना पेट भरना भले ही कुछ देर के लिए व्यक्ति को सुख दे सकता है. लेकिन इससे कभी भी संतुष्टि नहीं मिलती है. इसलिए प्रेमानंद महाराज जी भी कहते हैं कि ऐसे लोग अकाल मृत्यु का शिकार होते हैं.
4. दूसरों के उपहास बनाना
ऐसा कोई भी कार्य महान नहीं होता, जिसमें दूसरों को कष्ट पहुंचे. अपने मनोरंजन के लिए दूसरों का मजाक बनाना सबसे गलत बात है. इसलिए प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि कभी भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे दूसरों को ठेस पहुंचे, इससे अकाल मृत्यु आती है और पाप लगता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)