Raksha Bandhan 2022 Effect On Zodiac: भाई बहनों का महापर्व 'रक्षाबंधन' 11 अगस्त, दिन गुरुवार को मनाया जाएगा. इसके अलावा 12 अगस्त यानी कि शुक्रवार को भी रक्षाबंधन मनाने का शुभ मुहूर्त बन रहा है. लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार रक्षाबंधक तक का समय कुछ विपरीत परिस्थितियों की तरफ इशारा कर रहा है. ज्योतिषीय गणना की मानें तो रक्षाबंधन तक आने वाले ये 3 दिन कुछ राशियों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं. दरअसल, इन तीन दिनों में अंगकारक योग बन रहा है जिसके चलते रक्षाबंधन का दुष्प्रभाव कुछ राशियों पर पड़ने वाला है.
अंगकारक योग 10 अगस्त तक मेष राशि में रहेगा और 11 अगस्त यानी अगले ही दिन रक्षाबंधन का पर्व है. सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को प्रातः 10:38 बजे से प्रारंभ हो रही है, जो 12 अगस्त को प्रातः 07:06 बजे तक रहेगी. लेकिन जब सावन पूर्णिमा शुरू हो रही है तो भद्रा भी पड़ रही है जो 11 अगस्त की रात 8:35 बजे तक रहेगी. इसी वजह से अंगकारक योग के कारण रक्षाबंधन तक 4 राशि वालों को बहुत संभलकर रहने की जरूरत है.
मेष राशि
मेष राशि में राहु और मंगल की युति से ही अंगारक योग निर्मित हो रहा है. ऐसे में जितना हो सके मेष राशि वाले लोगों को रक्षाबंधन तक अपने गुस्से पर काबू रखने की जरूरत है. वरना कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है या आप खुद को किसी भयंकर मुसीबत में फंसा पा सकते हैं. इतना ही नहीं, इस समय के दौरान किसी भी विवाद से दूर रहना भी आपके लिए उत्तम रहेगा. वहीं, अगर आप अपने वाहन से आते जाते हैं तो अपनी सूझबूझ से ही चलाएं न कि किसी ओर के निर्देशानुसार.
वृष राशि
10 अगस्त तक अंगकारक योग दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ाने का काम करता है. ऐसे में कुछ बातों को लेकर बेहद सजक रहे जैसे कि- दूसरों के मामले में दकाहल न दें, पैसों के लेन-देन में सावधानी बरतें, न तो किसी से उधार लें और किसी को कर्ज दें आदि. ध्यान रहे पैसों का निवेश आपको बुरी तरह डुबा सकता है.
कर्क राशि
मंगल और राहु की युति से बन रहा योग कर्क राशि के जातकों के लिए भी अशुभ होगा. रक्षाबंधन तक कर्क राशि के जातकों के लिए भी सतर्कता एकमात्र सहारा है किसी भी अपशगुन से बचने का. अंगकारक योग व्यक्ति में क्रोध और अभद्रता को बढ़ावा देता है. इसलिए अगर आपको ऐसा महसूस हो कि आप किसी की बात से परेशान हो रहे हैं या किसी के व्यवहार आपको इरिटेट कर रहा है तो बेहतर होगा कि उस व्यक्ति के सामने से चले जाएं और कुछ देर अकेले रह कर खुद को शांत करने की कोशिश करें. इसके साथ ही ध्यान रखें कि जल्दबाजी में लिए गए निर्णय आजीवन आपको ग्लानी में डुबो सकता है.
तुला राशि
अंगकारक योग से तुला राशि के जातकों को भी सावधान रहना होगा. यह योग इस राशि के दंपत्तियों को परेशान कर सकता है. यानी कि शादीशुदा जीवन में खटास आ सकती है, छोटी छोटी बातों पर तू-तू-मैं-मैं हो सकती है, और तो और थोड़ी सी नोक-झोक तलाक तक भी पहुँच सकती है. ऐसे में जितना हो सके उतना अपने पार्टनर के साथ प्यार से पेश आएं.
विशेष सावधानी
इन सभी राशियों के भाई बहन खासतौर से सजक रहें. क्योंकि अंग्कारक योग से भद्रा का संयोग आपके जीवन में काफी उथल पुथल ला सकता है.
इस समय नहीं लगेगा भद्रा का दोष
रक्षाबंधन के दिन लगने वाली भद्रा का निवास पृथ्वी लोक पर न होकर पाताल लोक पर है. रक्षाबंधन के दिन घटित होने वाली भद्रा वृश्चिका भद्रा है. सर्पिणी भद्रा नहीं होने के कारण यदि बहुत मजबूरी हो तो बहनें अपने भाई को सायंकाल 06:08 से रात्रि 08:00 बजे के बीच भी राखी बांध सकती हैं. इससे भद्रादोष नहीं लगेगा. हालांकि, हिन्दू धर्म में दिवाली या करवाचौथ जैसे पर्वों के अतिरिक्त और कोई भी त्यौहार शाम या रात को नहीं मनाया जाता है.