हिंदू धर्म के त्योहारों में खास महत्व रखने वाला राम नवमी का पर्व इस बार 2 अप्रैल को मनाय जाएगा. गुरुवार 2 अप्रैल को चैत्र नवरात्रों का समापन हो रहा है और इसी के साथ राम लला का जन्मोत्सव शुरू हो जाएगा. बता दें इस दिन भगवान राम की पूजा के साथ ही सभी भक्त कन्या पूजन करके ही अपना नवरात्र का व्रत खोलती हैं. इस त्योहार को भगवान राम के जन्मदिन के तौर पर देशभर में मनाया जाता है. इस दिन राम की कथा पढ़ी और सुनाई जाती है.
यह हिंदुओं के वैष्णव पंथ को मानने वाले लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण त्योहार होता है. हिंदुओं में विष्णु को भगवान का सातवां अवतार माना जाता है. इस दिन कई स्थानों में राम, सीता, लक्ष्मण और हुमान की झाकियां या पालकी निकाली जाती है. इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं.
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रामनवमी के दिन बहुत से लोग राम जन्म भूमि अयोध्या जाते हैं और ब्रह्म मुहूर्त में सरयू नदी में स्नान करने के बाद भगवान राम के मंदिर जाकर भक्तिभाव से पूजा-पाठ करते हैं. इस दिन जगह-जगह रामायण का पाठ करवाया जाता है.
पूजा विधि-
प्रातः काल स्नान करने के बाद राम दरबार की पूजा में भगवान श्री राम का पूजन, आह्वान और आरती करें. इसके बाद फूल अर्पित करें. साथ ही इस मंत्र का जाप करें.
कृतेनानेन पूजनेन श्री सीतारामाय समर्पयामि.
वहीं नारद पुराण के अनुसार राम नवमी के दिन सभी भक्तों को उपवास करने का सुझाव दिया गया है. भगवान राम की पूजा के बाद ब्राह्मणों को भोजन करवाना चाहिए. उसके बाद उन्हें गाय, जमीन, कपड़े और दक्षिणा देकर दोनों हाथ जोड़कर विदा करना चाहिए. जिसके बाद ही राम की पूजा खत्म होती है. लेकिन इस बार कोरोनावायरस के कारण ये सब करने से बचे और इसकी जगह आप जरूरतमंद लोगों को भोजन कराने वाले संस्थानों की पैसों या खाद्य पदार्थ देकर मदद करें. भगवान राम का भी परम धर्म अपनी प्रजा की सेवा करना ही था तो उनकी कृपा पाने के लिए आप कोरोना लॉकडाउन में फंसे लोगों की जरूरत सामाग्री देकर मदद कर के पा सकते हैं.
Source : News Nation Bureau