श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra) ने राम जन्मभूमि परिसर के 70 एकड़ के मास्टरप्लान में लोगों से सुझाव मांगे हैं. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की इस कवायद में म्यूजियम, गुरुकुल (Gurukul) और गौशाला पर खास फोकस रहेगा. ट्रस्ट की ओर से सुझाव मांगते हुए कहा गया ह कि जो भी मंदिर परिसर के निर्माण संबंधी सुझाव दे रहे हैं, वे 25 नवंबर 2020 तक इसे भेज दें. सुझावों के लिए बाकायदा तीन ईमेल एड्रेस भी साझा किए गए हैं. ट्रस्ट की ओर से कहा गया है कि सभी बन्धुओं, वास्तुविदों, विषय के विद्वान 25 नवम्बर 2020 तक अपने सुझाव अवश्य भेज दें.
सुझाव धार्मिक यात्रा, संस्कृति, विज्ञान आदि को समाहित करते हुए होने चाहिए. आम लोगों के लिए ट्रस्ट की वेबसाइट http://srjbtkshetra.org पर सभी जानकारी उपलब्ध है. यह ट्रस्ट के ऊपर है कि वह सुझावों को स्वीकार करती है या नहीं.
इसी साल 5 अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी ने अध्योध्या में राम मंदिर का विधिवत भूमि पूजन किया था. तब पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था, विश्व की सर्वाधिक मुस्लिम जनसंख्या वाले इंडोनेशिया सहित दुनिया में कई ऐसे देश हैं जो भगवान राम के नाम का वंदन करते हैं. पीएम मोदी ने कहा, यह अनंतकाल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देगा. उन्होंने यह भी कहा था कि रामायण इंडोनेशिया, कंबोडिया, लाओस (Laos), मलेशिया, थाईलैंड, श्रीलंका और नेपाल में प्रसिद्ध और पूजनीय है.
Source : News Nation Bureau