Ramadan 2024: रमजान के आखिरी 10 दिनों में कुछ लोग मस्जिद से बाहर नहीं निकलते हैं क्योंकि वे एतकाफ करते हैं. एतकाफ एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ है रुकना या ठहरना. यह रमजान के आखिरी 10 दिनों में मस्जिद में रहकर इबादत करने का एक विशेष अभ्यास है. एतकाफ करने वाले लोग मस्जिद में रहकर अपना समय नमाज़, कुरान पढ़ने, दुआ करने और ज़िक्र करने में बिताते हैं. वे दुनियावी कामों से दूर रहकर पूरी तरह से अल्लाह की इबादत में लीन हो जाते हैं. रमजान (Ramadan) एक महत्वपूर्ण मासिक आयोजन है जो इस्लाम धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है. इस्लामी कैलेंडर के नवीं महीने में संपन्न होता है, जिसमें मुस्लिम समुदाय के सदस्य एक माह के लिए रोजा रखते हैं, जिसे रोजा-ए-रमजान कहा जाता है. रमजान के महीने में, मुस्लिम समुदाय के सदस्य रोजा रखते हैं, जिसका अर्थ है कि वे फजर नमाज से सूर्यास्त से लेकर मग़रिब नमाज के समय तक खाने पीने की सभी चीज़ों से रोकते हैं. यह आयातों और सुन्नतों का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसमें आल्लाह की प्राप्ति के लिए आत्म-नियंत्रण, संतोष, और ध्यान को बढ़ावा दिया जाता है.
एतकाफ करने के फायदे:
अल्लाह की नज़दीकी: एतकाफ करने से अल्लाह की नज़दीकी हासिल होती है.
गुनाहों की माफ़ी: एतकाफ करने से गुनाहों की माफ़ी होती है.
जन्नत का इनाम: एतकाफ करने वालों को जन्नत का इनाम मिलता है.
एतकाफ करने के लिए शर्तें:
मुसलमान होना: एतकाफ करने के लिए मुसलमान होना ज़रूरी है.
बालिग़ होना: एतकाफ करने के लिए बालिग़ होना ज़रूरी है.
समझदार होना: एतकाफ करने के लिए समझदार होना ज़रूरी है.
आज़ाद होना: एतकाफ करने के लिए गुलाम नहीं होना ज़रूरी है.
मर्द या औरत होना: एतकाफ मर्द और औरत दोनों कर सकते हैं.
एतकाफ सुन्नत है, यानि यह ज़रूरी नहीं है, लेकिन यह एक बहुत ही पुण्य का काम है. सभी लोग एतकाफ नहीं कर सकते हैं. कुछ लोगों के लिए एतकाफ करना मुश्किल हो सकता है, जैसे कि उन लोगों के लिए जिनके पास छोटे बच्चे हैं या जिनकी नौकरी है. अगर आप एतकाफ करना चाहते हैं, तो आपको पहले अपने परिवार और नियोक्ता से अनुमति लेनी चाहिए. आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके पास एतकाफ करने के लिए पर्याप्त समय और पैसा है.
रमजान का महत्व इस्लाम धर्म में अत्यधिक है. यह एक पवित्र महीना माना जाता है, जिसमें आत्मा का पवित्रीकरण, आत्मदीप्ति, संतुलन, और शांति की उत्तम प्राप्ति के लिए इबादत की जाती है. यह भी एक सामाजिक अध्ययन का माध्यम है, जो समुदाय को एक साथ लाने और सहयोग करने का अवसर प्रदान करता है. रमजान के अंत में, ईद-उल-फितर (Eid-ul-Fitr) मनाई जाती है, जो मुस्लिम समुदाय के लिए एक उत्सव का समय है. यह उत्सव खुशी, सम्मान, और एकता की भावना को उत्पन्न करता है और समुदाय के सदस्यों को आपसी संबंधों को मजबूत करने का मौका प्रदान करता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau