Rudraksha ke Niyam 2023 : सनातन धर्म में रुद्राक्ष का काफी ज्यादा महत्व है. ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव के आंसुओं से बना है. शास्त्रों में रुद्राक्ष धारण करने के कई लाभ के बारे में बताए गए हैं. इसे गले में धारण करने मात्र से ही शारीरिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति मिल जाती है. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि रुद्राक्ष धारण करने के क्या नियम है, इसे पहनते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. इसके साथ किन लोगों को रुद्राक्ष पहनने से बचना चाहिए.
रुद्राक्ष धारण करते समय इन बातों का रखें ध्यान
1. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, आप रुद्राक्ष को अपनी कलाई, गले पर धारण कर सकते हैं. इसे धारण करना बहुत शुभ माना जाता है, इसे पहनने से मन में किसी प्रकार के बुरे विचार नहीं आते हैं. इसके साथ ही सकारात्मकता का संचार भी होता है.
2.अगर आप रुद्राक्ष को अपने कलाई पर पहनते हैं, तो आप 12 रुद्राक्ष को कलाई पर धारण कर सकते हैं. गले में 36 रुदाक्ष को धारण कर सकते हैं.
3.अगर आप रुद्राक्ष पहनने की सोच रहे हैं, तो सावन माह सबसे शुभ माना जाता है. इसके अलावा आप शिवरात्रि या फिर सोमवार के दिन भी रुद्राक्ष पहन सकते हैं.
4.रुद्राक्ष धारण करने से पहले भगवान शिव को अर्पित करना न भूलें.
इन लोगों को नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष
1.बच्चे के जन्म पर न धारण करें रुद्राक्ष
अगर किसी महिला को रुद्राक्ष पहनने की सलाह दी गई है, तो बच्चे के जन्म के बाद सूतक काल खत्म होने तक उसे रुद्राक्ष उतार देना चाहिए. इसके अलावा जहां नवजात शिशु और उसकी मां हो, वहां रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को प्रवेश नहीं करना चाहिए. अगर आप वहां जाते हैं, तो रुद्राक्ष उतारकर ही जाएं.
2.मांसाहार का सेवन करने वाले व्यक्ति को नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष
जो लोग मांसाहार का सेवन करते हैं, उन्हें रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए. वरना इससे आपको भविष्य में कई संकटों का सामना करना पड़ सकता है. जो लोग धुम्रपान और मदिरापान करते हैं, उन्हें भी रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए.
3. सोते समय नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष
सोते समय रुद्राक्ष उतारकर अपने तकिए के नीचे रख दें. इससे आपको बुरे सपने नहीं आएंगे. इसके अलावा जिन लोगों को नींद नहीं आती है, उन्हें रुद्राक्ष पहनना चाहिए, इससे आपको जल्द लाभ होगा.
4.श्मशान घाट में रुद्राक्ष पहनकर न जाएं
श्मशान घाट पर रुद्राक्ष पहनकर नहीं जाना चाहिए. इसे शुभ नहीं माना जाता है.