Surya Grahan 2023: वर्ष 2023 का आखिरी सूर्य ग्रहण आज यानी आश्विन माह की सर्वपितृ अमावस्या तिथि पर लगने वाला है. यह एक वलयाकार ग्रहण होगा जो एक लुभावनी खगोलीय घटना है जिसमें सूर्य रिंग के आकार में नजर आएगा. इस दुर्लभ नजारा को 'रिंग ऑफ फायर' कहा जाता है. बता दें कि रिंग ऑफ फायर सूर्य ग्रहण एक रोमांचक खगोलीय घटना है जो दुनिया भर के स्काईवॉचर्स की कल्पना को आकर्षित करती है. अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि साल का आखिरी सूर्य ग्रहण कहां-कहां दिखाई देगा और सूर्य ग्रहण का सूतक काल कब से कब तक होगा, तो चलिए सूर्य ग्रहण के बारे में यहां जानते हैं सबकुछ.
कब से शुरू होगा सूर्य ग्रहण?
तारीख की बात की जाए तो यह सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर 2023 की देर रात लगने वाला है. यह ग्रहण भारतीय समयानुसार 14 अक्टूबर की रात 8 बजकर 34 मिनट से 2 मध्य रात्रि बजकर 25 मिनट तक रहेगा.
कहां-कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण?
यह ग्रहण पश्चिमी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक और आर्कटिक जैसे देशों में दिखाई देगा. साथ ही मध्य अमेरिका, कोलंबिया और ब्राजील के कुछ हिस्सों से होकर गुजरता हुआ अलास्का और अर्जेंटीना में ही दिखाई देगा.
क्या भारत में भी दिखाई देगा सूर्य ग्रहण?
साल 2023 का अंतिम सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए यहां पर सूतककाल मान्य नहीं होगा. हालांकि आप इसे नासा की वेबसाइट और इसके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन लाइव देख सकते हैं.
क्या होता है वलयाकार सूर्य ग्रहण?
अग्नि वलय ग्रहण या वलयाकार सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी से अपने सबसे दूर बिंदु पर या उसके निकट होता है. चूंकि चंद्रमा पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान की तुलना में अधिक दूर होता है, चंद्रमा छोटा दिखाई देता है और जब यह हमारे तारे के सामने से गुजरता है तो पूरे सूर्य को नहीं रोकता है, इसके बजाय चंद्रमा सूर्य की एक चमकदार अंगूठी छोड़ता है जो दिखाई देती है. ग्रहण का चरम, अग्नि वलय का प्रभाव पैदा करता है जो चंद्रमा के अंधेरे छायाचित्र के चारों ओर दिखाई देता है.
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए?
सूर्य ग्रहण के दौरान भगवान का नाम लेना चाहिए. इस दौरान गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी करते रहना चाहिए. इससे ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है. वहीं जब सूर्य ग्रहण खत्म हो जाए तब सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए और उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए. कहा जाता है कि ऐसा करने से सभी काम में सफलता मिलती है. अगर आप सूर्य देव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)
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Source : News Nation Bureau