Samudrik Shastra: सामुद्रिक शास्त्र में व्यक्ति के पूरे शरीर का विश्लेषण करके उसके स्वभाव, जीवन की परेशानियां और भविष्य के बारे में काफी कुछ बताया जा सकता है. इसमें विशेष रूप से पैरों की उंगलियों और तलवों की बनावट के बारे में बहुत कुछ बताया गया है. सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, पैरों की उंगलियां और तलवों की बनावट भी व्यक्ति के जीवन की दिशा और उसकी समस्याओं के बारे में संकेत देते हैं.ऐसे में आइए जानते हैं कैसे पैरों वाले लोगों को हमेशा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
परेशानी में बने रहते हैं ऐसे पैरों वाले लोग
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों की पैरों की उंगलियों के बीच कोई गैप नहीं होता, यानी उंगलियां एक-दूसरे से सटी होती हैं, उनके लिए यह शुभ संकेत नहीं होता. ऐसे लोग अक्सर पैसों की तंगी का सामना करते हैं. इन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है और करियर में भी काफी संघर्ष करना पड़ता है. हालांकि, मेहनत के बल पर ये लोग सफलता हासिल कर सकते हैं. इन्हें खर्चीला भी माना जाता है.
होते हैं खर्चीले
इसके विपरीत, जिन लोगों की उंगलियों के बीच ज्यादा गैप होता है उन्हें भी जीवन में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे लोग भी खर्चीले होते हैं, लेकिन इनके पास नेतृत्व करने की क्षमता होती है. ये लोग अपने विशेष गुणों के कारण दूसरों से अलग पहचाने जाते हैं, लेकिन फिर भी किसी न किसी समस्या से जूझते रहते हैं.
झेलनी पड़ती हैं दिक्कतें
सामुद्रिक शास्त्र में पैरों के तलवों का रंग भी महत्वपूर्ण माना गया है. यदि किसी व्यक्ति के तलवे सफेद रंग के होते हैं, तो यह अशुभ संकेत माना जाता है. ऐसे व्यक्ति को जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है. इसके अलावा, यदि तलवों का रंग पीलापन लिए हुए हो, तो यह भी अच्छा नहीं माना जाता. ऐसे लोगों के हाथ में कभी पैसा टिकता नहीं है, यानी वे हमेशा आर्थिक समस्याओं से घिरे रहते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)