Samudrik Shastra: सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के शरीर पर तिल होने का अपना-अपना मतलब होता है. इसका उल्लेख सामुद्रिक शास्त्र में भी किया गया है. सामुद्रिक शास्त्र में शरीर पर मौजूद तिलों और निशानों के बारे में बताया गया है कि इनके जरिए व्यक्ति के स्वभाव, व्यवहार और जीवन के बारे में जाना जा सकता है. इंसान के शरीर पर कुछ तिल शुभ माना जाता है, तो कुछ तिल को अशुभ माना जाता है. ऐसे ही लड़कियों के शरीर के एक हिस्से पर तिल होना माना जाता है कि वहां पर तिल वाली लड़कियां ज्यादा रोमांटिक होती हैं. आइए जानते हैं क्या कहता है सामुद्रिक शास्त्र ?
होंठ पर तिल होने का महत्व
सामुद्रिक शास्त्र में कहा गया है कि जिन लोगों के होठों पर तिल होता है वे बहुत रोमांटिक माने जाते हैं. जिन लोगों के होठों पर तिल होता है उनका व्यवहार अच्छा होता है. होठों पर तिल का होना बेहद शुभ माना जाता है. जिन लोगों की पीठ के ऊपरी हिस्से में बायीं ओर तिल होता है, वे बहुत शर्मीले होते हैं. उनके कई प्रेम संबंध भी होते हैं वहीं, ऊपरी मूंछों के दाहिनी ओर तिल होता है, वो भाग्यशाली माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि किस्मत इनका साथ देती है. इनके पास पैसों की कोई कमी नहीं है.
होंठ के दाईं ओर तिल
वैदिक सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन लोगों निचले होंठ के दाईं ओर तिल होता है, वे मेहनती व्यक्ति माने जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि ऐसे लोग अपने दावों के पक्के होते हैं. ये जीवन में जल्दी ही सफलता की ओर कदम बढ़ा लेते हैं. वहीं, अगर होंठ के के बायीं ओर तिल हो तो माना जाता है कि वे ईमानदार और अपने बातों पर अडिग होते हैं. साथ ही निचले होंठ के बीच में तिल वाले लोग इमोशनल होते हैं. ऐसा माना जाता है कि उन्हें जल्दी गुस्सा आता है और रोना भी आता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)