भगवान शिव को समर्पित सावन मास इस साल 17 जून से शुरू हो रहा है. मान्यता है कि सावन मास में भगवान शिव और माता पार्वती की श्रद्धा भाव से पूजा करने से भगवान की असीम कृपा प्राप्त होती है. इस सावन मास में कुआरी लड़कियां मनचाहा वर पाने के लिए सोमवार का व्रत भी रखती हैं. इस साल सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई से शुरू हो रहा है. इस बार सावन मास में कुल 4 सोमवार पड़ रहे हैं. सावन मास का अंतिम सोमवार 15 अगस्त को है.
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सावन मास में बन रहे हैं शुभ योग
इस बार का सावन मास बेहद खास है क्योंकि इस मास में कई शुभ संयोग बन रहे हैं. बताया जा रहा है कि सावन के पहले सोमवार पर श्रावण कृष्ण पंचमी तिथि का संयोग बन रहा है. वहीं दूसरे सोमवार पर त्रयोदशी प्रदोष व्रत के साथ साथ सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग बन रहा है. इसके अलावा तीसरे सोमवार पर नागपंचमी का योग और चौथे सोमवार पर त्रयोदशी तिथि के योग बन रहा है.
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कैसे करें सोमवार का व्रत?
सावन मास के सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर और साफ कपड़े पहनकर भगवान शिव की पूजा की जाती है. इस दिन पास के किसी शिव मंदिर में जाएं और उनके पूरे परिवार की 16 प्रकार की पूजन सामग्री (पुष्प, दूवी, बेलपत्र, धतूरा आदि) के साथ श्रद्धा भाव से पूजा अर्चना करें. इसी के साथ उन्हें गंगाजल अर्पित करें और दिया जलाकर शिव और पार्वती चालीसा का पाठ करें. पूजा करते वक्त भगवान शिव को बेलपत्र और धतुरा जरूर चढ़ाएं. ये भगवान शिव को काफी पंसद है. आप भगवना शिव को 5, 7 या 11 बेलपत्र चढ़ा सकते हैं. इस दिन भगवान शिव की कथा भी सुननी चाहिए.
Source : News Nation Bureau