आज यानी 19 जुलाई को सावन माह की शिवरात्रि है. वैसे तो शिवरात्रि हर महीने पड़ती है लेकिन सावन माह में मनाई जाने वाली शिवरात्रि का खास महत्व होता है. कहते हैं इस दिन जो भी भक्त सच्चे दिल से भकगवान शंकर की अराधना करते हैं, भगवान उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं. इसी के साथ इसमें व्रत रखने वालों के पापों का नाश होता है और कुंवारे लोगों को मनचाहा वर या वधु मिलती है. दांपत्य जीवन में प्रेम की प्रगाढ़ता बढ़ती है.
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6 राशियों को होगा धन लाभ
शिवरात्रि पर इस बार 4 वक्री ग्रहों का योग बन रहा है, यानी 6 सितंबर तक शनि, गुरु, राहु और केतु की उल्टी चाल 6 राशियों को धनलाभ देगी. इन 6 राशियों में मेष, वृषभ, मिथुन, सिंह, मकर और कुंभ राशि शामिल है.
सावन शिवरात्रि से जुड़ी मान्यता
शिवरात्रि (Shivratri)का व्रत रखने और इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करने वाले भक्तों को शांति, रक्षा, सौभाग्य और आरोग्य की प्राप्ति होती है. मान्यता यह भी है कि सावन की शिवरात्रि (Shivratri)मनुष्य के सभी पापों को धो देती है. मान्यता है कि सावन के महीने में स्वयं भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश, कार्तिकेय, नंदी और अपने शिवगणों सहित पूरे महीने पृथ्वी पर विराजते हैं. यही वजह है कि सावन शिवरात्रि (Shivratri)(Shivratri) के दिन भगवान भोले नाथ की विशेष पूजा का विधान है.
मान्यता है कि सावन शिवरात्रि (Shivratri)पर भोलेनाथ को तिल चढ़ाने से पापों का नाश होता है. मनचाहा वर पाने के लिए चने की दाल का भोग लगाने का विधान है. घर में सुख-शांति के लिए धतूरे के पुष्प या फल का भोग लगाया जाता है. वहीं शत्रुओं पर विजय पाने या कोर्ट केस जीतने के लिए शिवलिंग पर भांग भी चढ़ाई जाती है.
Source : News Nation Bureau