Shaadi Shubh Muhurat : साल 2023 में गुरु अस्त होने की वजह से वैशाख माह के अक्षय तृतीया के दिन भी कोई शुभ लग्न नहीं था. इसी कारण शहनाई नहीं बजी, लेकिन अब फिर शहनाई बजने का शुभ समय आ गया है. बता दें, दिनांक 29 अप्रैल को गुरु का मेष राशि में सुबह 05 बजकर 06 मिनट में गोचर हो रहा है. इसके साथ ही गुरु उदय हो जाएगा और शादी-विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य की शुरुआत हो जाएगी. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में मई और जून के शुभ लग्न और कब से चतुर्मास लग रहा है, इसके बारे में विस्तार से बताएंगे.
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मई और जून में इस दिन है शुभ लग्न
शुभ लग्न की शुरुआत 2 मई से हो रही है. वहीं 27 जून तक शादी-विवाह शुभ समय रहेगा.
मई माह में विवाह के शुभ मुहूर्त दिनांक 2, 4, 6, 8, 9, 10, 11, 15, 16, 20, 21, 22, 27, 29 और 30 तक है.
जून में दिनांक 1, 3, 5, 6, 7, 11, 12, 23, 24, 26 और 27 तक है.
जानें कब लगेगा चतुर्मास
मई माह में विवाह के 15 और जून में 11 शुभ मुहूर्त हैं. इसके बाद से चातुर्मास लग जाएगा. इस दौरान मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है. उसके बाद अब फिर नवंबर माह में विवाह का शुभ मुहूर्त शुरु होगा. जिससे लोग दिसंबर में भी शादी कर सकेंगे.
चातुर्मास में क्या करें और क्या न करें
-चातुर्मास में वैवाहिक कार्य, गृह प्रवेश, भूमि पूजन, मुंडन आदि जैसे कार्य नहीं किया जाता है. इसे करने से अशुभ फल की प्राप्ति होती है.
-चातुर्मास में थाली में भोजन करने की बजाए पत्तल में भोजन करना शुभ माना गया है.
-इस दौरान जमीन पर सोना चाहिए. इससे सूर्यदेव की कृपा बनी रहती है.
-ऐसी मान्यता है कि चातुर्मास के दौरान मांस-मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.
-चातुर्मास में आप जितना भगवान विष्णु की पूजा करेंगे,इससे मां लक्ष्मी का आगमन होता है.
-इस माह में लोगों को किसी से लड़ाई-झगड़ा करने से बचना चाहिए, इस दौरान झूठ भी नहीं बोलना चाहिए.
-संध्या के समय तुलसी पूजा अवश्य करनी चाहिए. शाम को तुलसी पौधे पर घी का दीपक जलाएं. इससे आपकी सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी
-चातुर्मास के दौरान गुड़, तेल, शहद, मूली, परवल, बैंगन, साग आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.