Shani Dev 2023 : शनिदेव को कर्मफलदाता कहा जाता है, क्योंकि इनके पास सभी व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों का हिसाब होता है, वह व्यक्ति के कर्मों के हिसाब से उसका फल देते हैं. अगर शनिदेव आपके ऊपर मेहरबान हो गए, तो व्यक्ति के जीवन में खुशियां ही खुशियां रहती है. लेकिन अगर शनिदेव की टेढ़ी नजर व्यक्ति पर पड़ जाए, तो उसका जीवन कष्टों में बीतता है. अब ऐसे में शनिदेव किन कारणों से नाराज हो सकते हैं और उससे कैसे बचा जा सकता है, साथ ही शनिदेव की पूजा कितने बजे करने चाहिए, इसके बारे में आज हम आपको अपने इस लेख में विस्तार से बताएंगे.
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किस समय शनिदेव की पूजा करना होता है शुभ
शास्त्रों के अनुसार, शनिदेव पश्चिम दिशा के स्वामी माने जाते हैं. वहीं सूरज पूरब दिशा की ओर से निकलते हैं और ऐसे में पूरब दिशा की ओर शनिदेव की पीठ पड़ती है. जिसेक कारण शनिदेव की पूजा सूर्योदय से पहले या फिर सूर्यास्त के बाद की जाती है. सूर्यास्त के बाद शनिदेव की पूजा करने से शनिदेव जल्द प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि भर देते हैं. वहीं शनि और सूर्य की बात करें, तो दोनों के बीच पिता और पुत्र का संबंध है, लेकिन ये एक दूसरे से बैर का बाव रखते हैं. वहीं सुबह से लेकर शाम तक सूर्यदेव का ही प्रभाव होता है, इसलिए सूर्यास्त के बाद शनिदेव की पूजा करनी चाहिए.
शनिदेव इस बात से होते हैं क्रोधित
1. शनिवार को लोहे की चीजें भूलकर भी न खरीदें. इससे शनिदेव क्रोधित हो जाते हैं.
2. शनिवार के दिन नमक न खरीदें. ऐसा माना गया है कि शनिवार को नमक खरीदने से व्यक्ति पर कर्ज बढ़ जाता है और आर्थिक स्थिति कमजोर होने लग जाता है.
3. शनिवार के दिन कैंची न खरीदें और न हीं कैंची किसी को भी उपहार में दें. इससे लड़ाई-झगड़ा होने की संभावना रहती है.
4. जो व्यक्ति बड़ों का सम्मान नहीं करता है, उससे शनिदेव क्रोधित हो जाते हैं.
5. शनिदेव पैर घसीटकर चलने वालों से भी क्रोधित हो जाते हैं. ऐसे लोगों को हमेशा बन बनाया काम बिगड़ने लग जाता है.
6. रसोईघर में झूठे बरतन न रखें. इससे शनिदेव गुस्सा हो जाते हैं.