Shani Dev Vakri in Kumbh: शनिदेव को सबसे क्रूर और गुस्सैल ग्रह माना जाता है. शनि की चाल बदलने से व्यक्ति के जीवन में कई तरह के प्रभाव देखने को मिलते हैं. शास्त्रों में शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है. इसलिए शनिदेव को प्रसन्न करना बहुत जरूरी है. जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती या ढैया हो उनके जीवन में काफी उथल-पुथल मची रहती है. आज हम बात करेंगे शनि के वक्री होने की. बता दें कि 30 जून से शनिदेव अपनी त्रिकोण राशि कुंभ में वक्री हो चुके हैं और वे नवंबर तक इसी अवस्था में रहने वाले हैं. ऐसे में शनि का वक्री होना कई राशियों के लिए काफी शुभ माना जा रहा है. इन राशियों को पद-प्रतिष्ठा के साथ-साथ धन लाभ होने के योग भी बन रहे हैं. तो चलिए जानते हैं आखिर कौन सी हैं वो राशियां.
1. मेष राशि
मेष राशि वाले जातकों के लिए शनि का वक्री होना काफी लाभदायक साबित होने वाला है. आपकी इनकम में बढ़िया ग्रोथ होने वाली है और इस दौरान आपका साहस और पराक्रम भी बढ़ेगा. धन से जुड़ी मुश्किलें हल होंगी और हर तरफ से नए अवसर प्राप्त होंगे. घर या वाहन खरीदने के लिए भी ये समय बेहतर है. आप अपने प्रयास जारी रखें और हर काम में अपना शत प्रतिशत दें. आपका भाग्य इस समय आपका पूरा साथ देने वाला है.
2. धनु राशि
धनु राशि के जातकों को शनि के वक्री होने से काफी लाभ मिलने वाला है. देखा जाए तो शनिदेव धनु राशि से तीसरे भाव में वक्री हुए है और ऐसे में आपको पराक्रम और साहस में काफी वृद्धि महसूस होगी. यदि कोई व्यक्ति किसी विदेश के कामकाज में शामिल है तो उसे काफी फायदा मिल सकता है. शनि के वक्री होने से आपके जीवन में धन संबंधी दिक्कतें भी खत्म होंगी और आपको धनलाभ के मौके मिलने वाले हैं. शिक्षा के क्षेत्र में भी आपका प्रदर्शन बढ़िया रहने वाला है और आपके अच्छे व्यवहार के कारण लोग आपकी सराहना करेंगे.
3. कुंभ राशि
कुंभ राशि वाले जातकों के लिए ये समय काफी अच्छा माना जा रहा है. क्योंकि शनिदेव कुंभ राशि के स्वामी है, इसलिए उनका वक्री होना आपके लिए काफी अच्छे अवसर लाने वाला है. कुंभ राशि के जातकों के लिए धन लाभ के कई अवसर खुलते हुए नजर आएंगे और आप अपने आप को भाग्यशाली महसूस कर सकेंगे. वैवाहिक जीवन में भी खुशियां आएंगी और जो लोग अभी विवाह करने के लिए सोच रहे हैं, उनके लिए भी ये समय काफी अच्छा है. मान-सम्मान की दृष्टि से भी आपको काफी उत्साह मिलने वाला है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)