कहते हैं शनि की कृपा जिस पर हो जाए, वह सुखों से मालामाल हो जाता है और वहीं, जिस पर उनका प्रकोप हो जाएगा उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है।
नौ ग्रहों में केवल एक शनि ही हैं, जिनकी जयंती मनाई जाती है। हर साल ज्येष्ठ महीने की अमावस्या को शनि जयंती मनाई जाती है। इस बार शनि जयंती आज मनाई जा रही है।
विशेषज्ञों की मानें तो इस दिन भगवान शनि का जन्म हुआ था, जिसके कारण इस दिन को शनि जयंति के रूप में मनाया जाता है।
आज के दिन कृतिका नक्षत्र पड़ने के कारण यमघंटक योग बन रहा है, जिसे शुभ नहीं माना जाता, जो सुबह 5:26 बजे से 12:01 बजे तक रहेगा। लिहाजा इस दौरान कोई भी नये काम या महत्वपूर्ण काम करने से बचना चाहिए।
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शनिदेव की अराधना से बनेंगे बिगड़े काम
शनि जयंती के दिन महाकालेश्वर की नगरी में द्वादश लिंगों, महाकाल लिंग जिसे शनिदेव की उच्च राशि तुला का ज्योतिर्लिंग माना जाता है, की पूजा अर्चना से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
इस योग के दौरान सिद्ध योग भी शुरू होगा, जो सुबह 5:26 बजे से शुरू होकर अगले दिन रात 1:14 बजे तक रहेगा।
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Source : News Nation Bureau